बाएं से: मौलाना मक़्सूद अली दोम्की, सिंध में मुस्लिम एकता सभा के महासचिव
अंतरराष्ट्रीय कुरान समाचार एजेंसी (IQNA) की पाकिस्तान सर्विस, (उस्मान मरांडी की क़ब्र) सीयन शरीफ दरगाह में शियाओं और सुन्नियों के नरसंहार के मद्देनजर सिंध पाकिस्तान मुस्लिम एकता संसद ने तक्फ़ीरी केन्द्रों और स्कूलों का सामना करने में सरकार के प्रदर्शन की दृढ़ता से आलोचना करते हुऐ उन्हीं लोगों को इन घटनाओं के लिए जिम्मेदार माना है।
मौलाना मक़्सूद अली दोम्की,मज्लिसे वहदते मुस्लेमीन सिंध राज्य के महासचिव ने कहाःउन स्कूलों और केन्द्रों कि जो Takfiri समूहों के लिऐ वकालत कर रहे हैं के बारे में सरकार की जानकारी होने के बावजूद, कोई भी प्रतिक्रिया नहीं दिखाई गई और सीवन शरीफ जैसी घटना इसी सरकार की लापरवाही के कारण हुई है।
मौलाना मक़्सूद अली दोम्की ने कहाः दुर्भाग्य से सरकार ने न केवल Takfiris के क्या खिलाफ गंभीर प्रतिक्रिया नहीं दिखाई है, बल्कि सरकार में कुछ महत्वपूर्ण लोग हैं, जो चरमपंथियों के साथ समन्वय कर रहे हैं।
उन्होंने घोषणा की:कल Thursday, 23 फ़रवरी को, महान सम्मेलन शिया और सुन्नी मौलवियों व दलों की उपस्थिति में " अवलिया की कब्रों और मज़ारों की रक्षा करने के लिए " "सिओन-शरीफ" सिंध में आयोजित किया जाएगा।
पाकिस्तान के सुन्नियों और शियाओं पर नवीनतम आतंकवादी हमले में पिछले गुरुवार (16 फरवरी) को, 90 से अधिक लोग शहीद और 150 अन्य लोग घायल हो गए, आइसिस ने इस हमले के लिए जिम्मेदारी क़ुबूल की थी।
सरकार के आलोचकों का मानना है कि इस्लामाबाद सरकार, सुन्नियों और शियाओं के खिलाफ अतिवादी सुन्नी समूहों द्वार आतंकवादी गतिविधियों को रोकने में नाकाम रही है।