अंतरराष्ट्रीय कुरान समाचार एजेंसी (IQNA) ने अल-आलम के अनुसार बताया कि"रुमान अहमद" ने समाचार पत्र "अटलांटिक" में एक लेख में लिखा कि: जब ट्रम्प ने 7 मुस्लिम देशों के यात्रियों और अमेरिका में सभी सीरियाई शरणार्थियों पर प्रतिबंध लगाया तो मुझे एहसास हुआ कि मैं उस सरकार में जो मुझे धमकी देती है काम नहीं कर सकता हुं।
"रुमान अहमद" राष्ट्रपति बराक ओबामा के दौर में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार "बेन रोड्स" के उप कार्यवाहक सलाहकार थीं।
"रुमान अहमद" वर्ष 2011 में अमेरिका के राष्ट्रपति के कार्यालय में व्हाइट हाउस में अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के स्टाफ में पहली बाहिजाब मुस्लिम को नियुक्त किया गया।