तुर्की में "विकलांगता की घटना की निस्बत इस्लाम का दृष्टिकोण' विषय पर संगोष्ठी
अंतरराष्ट्रीय कुरान समाचार एजेंसी (IQNA) समाचार पत्र "राष्ट्रीयता" तुर्की द्वारा उद्धृत, इस संगोष्ठी में, जिस में तुर्की के दयानत संगठन के अधिकारियों के एक समूह ने भाग लिया विकलांगों के संबंध में इस्लाम के दृष्टिकोण और समाज में उनकी भूमिका व स्थित का अध्ययन किया गया।
इस समारोह में भाग लेने वालों में से ऐक ने जो देखने की ताक़त नहीं रखता था ब्रेल अल्फ़बा के माध्यम से समाज में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने में विकलांगों के महान प्रेरणा व विशेष प्रयास व कोशिश विषय में ऐक हदीस पढ़ कर भाषण दिया।
इस्माईल Karagvz, तुर्की के दयानत संगठन के ऐक सदस्य ने भी इस सम्मेलन में अपने भाषण में इस विषय की ओर इशारा करते हुऐ कि इस्लाम धर्म विकलांगों की अधिक महत्वता को मानता है कहाःविकलांगता को एक महदूदीयत के रूप में नहीं माना जाना चाहिए, दृढ़ संकल्प और पक्के इरादे के साथ बाधाओं को पीछे छोड़ा जा सकता है, इस बीच, जो बात सबसे अधिक महत्व रखती है जीवन के सभी चरणों में बढ़ती हुई सफलताओं को प्राप्ति करने के लिऐ विकलांगों में महान प्रेरणा का मौजूद होना है।
Karagvz, ने इस बयान के साथ कि परमेश्वर की दृष्टि में उत्कृष्टता की एकमात्र कसौटी पुण्य है, कहाः कि भगवान के सामने सभी लोग बराबर है। हालांकि शायद बहुत से लोग ऐसे हों जो शारीरिक रूप से स्वस्थ हैं, लेकिन उनके दिल बुराई और भगवान के इन्आम व निशानियों से इनकार से भरे हों।
ध्यान दिया जाना चाहिए यह संगोष्ठी तुर्की दयानत संगठन द्वारा आयोजित देश के शहर "सैमसन" में आयोजित की गई थी।