अंतर्राष्ट्रीय कुरआन समाचार एजेंसी(IQNA) ने saidaonline न्यूज साइट के मुताबिक बताया कि यह कुरान 1100 साल पहले का है जो हाल ही में रियाद के 'बुक; द फ्यूचर ऑफ चेंज' इंटरनेशनल बुक मेले रख़ा गया था।
इस कुरान की पुरातनता तीसरी शताब्दी की तरफ लौटती है और कुफी लिपि के साथ त्वचा पर लिखा है।
यह संस्करण (शोकेस) में रखा है, और लेखक ने इसे खूबसूरती से और सटीक लिखा है।
कुराने कुफी 1100 वर्षीय, सूरह आले-ईम्रान की 50वीं आयत से शुरू होता है और सुराए अबस की आखिरी आयत के साथ समाप्त होता है।
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