ईरानी कुरान समाचार एजेंसी(IQNA)शाखा भारत,यह संगोष्ठी कल Maghreb और इशा प्रार्थना के बाद "Zahir अहमद, द्वारा पवित्र कुरान की क़िराअत के साथ शुरू हुई और तब स्वदेशी कवियों ने पैगंबर (PBUH) की तारीफ़ में कविताऐ पढ़ीं.
मौलाना "मुशर्रफ रजा Sobhani, समाज सुधार और भारत के लोगों संगोष्ठी के अध्यक्ष ने इस संगोष्ठी में कहा:" मुसलमानों को चाहिऐ कि सीरते नबवी (PBUH)पर अमल करें,तथा मस्जिदों, मदरसों और इस्लामी अनुष्ठानों पर अधिक ध्यान देना चाहिए.
उन्होंने जारी रखते हुऐ कहा: शिक्षा और इस्लामी विज्ञान की शिक्षा, समाज सुधार और प्रगति का राज़ है.
रिपोर्ट के मुताबिक,संगोष्ठी के अंत में स्कूल रिज़ाउल क़ुरान भारत के उल्लेख छात्रों को पुरस्कार दिया गया था. 758342