ईरानी कुरान समाचार एजेंसी(IQNA) पश्चिम और दक्षिण पश्चिम एशिया शाखा के अनुसार,यह बैठक गुरुवार 2 जून को Maghrib और ईशा नमाज के बाद "मोहम्मद तक़ीयुद्दीन"इस मद्रसे के नन्हे कारी द्वारा कुरान की कुछ आयतों की क़िराअत के साथ शुरू हुई.
इस बैठक के दौरान"Ammar Abed हुसामी", एक प्रमुख भारतीय उपदेशक ने समुदाय की वर्तमान स्थिति के बारे में कहा, दुर्भाग्य से आज के समाज और दुन्या में बुराइयों के फैलने के गवाह हैं.
उन्हों ने आगे कहाःअगर वर्तमान में हम ऐक सुरक्षित व क़ुरान की शिक्षाओं अथवा इमामों के उपदेशों के मुताबिक़ समाज चाहते है तो ज़रूरी है कि महिलाऐं मोमिन व नेक हों.
मौलाना हुसामी ने याद दिलाया योग्य और सक्षम बच्चों को नेक महिलाओं और माताओं द्वारा प्रशिक्षित किया जा सकता है, क्योंकि धार्मिक महिलाऐं व माताऐं ही सही प्रशिक्षण के माध्यम से लायक बच्चों को समुदाय को दे सकती हैं इस लिऐ यह सबसे बड़ी जिम्मेदारी समाज में महिलाओं की है.
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