अंतरराष्ट्रीय समूह: संयुक्त राष्ट्र के महासचिव "बान की मून" ने अपने भाषण के दौरान आपत्तिजनक फिल्म की निंदा करते हुए इसे अपंजीकृत सभ्य और शर्मनाक कदम करार दिया और जोर दियाः जब कुछ लोग बयान की स्वतंत्रता को दूसरों के विश्वासों और मुक़द्दसात का अपमान करने के लिए उपयोग करें तो ऐसे इज़हारे राय की स्वतंत्रता का बचाव नहीं करना चाहिए.
ईरानी कुरान समाचार एजेंसी (IQNA) ने सूचना एजेंसी वेब साइट swissinfo, के हवाले से नक़्ल करते हुए कहा है कि 19 सितंबर को संयुक्त राष्ट्र के महासचिव बान की मून ने संवाददाता सम्मेलन के दौरान अपने विचार व्यक्त किऐ: इज़हारे राय की स्वतंत्रता एक स्पष्ट अधिकार है और इसका पूरा समर्थन करना चाहिए किन्तु इस शर्त पर जब यह दूसरों के विश्वासों को चोंट न पहुंचाऐ और धार्मिक मुक़द्दसात के अपमान का ज़रिया ना बने.
उन्होंने कहा: इज़हारे राय की स्वतंत्रता का उपयोग संयूक्त उद्देश्य और न्याय के लिए होना चाहिए और इस संवेदनशील मौके पर विश्व नेताओं को एक भाषा हो कर इस ग़लती का जवाब देना चाहिए.
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