ईरानी कुरान समाचार एजेंसी (IQNA) वेबसाइट «tunivisions» के अनुसार,Tunisian क्रांति के बाद,देश के Salafi समूहों ने, सऊदी अरब और कतर के समर्थन के साथ ज़मीन पर पैर जमा लिऐ और धन्य स्थान पर हमला, शिया समारोहों पर हमला और सूफियों की कब्रों को नष्ट करने से अपनी इस्लाम विरोधी प्रकृति को दिखा दिया.
इन उग्रवादी व्यक्तियों ने अपनी हाल ही की कार्रवाई में, परसों सुबह शहर "Fvsanh" में "सै. बूग़नीम"की कब्र पर हमला कर दिया और पवित्र कुरान की प्रतियों, इस्लामी पुस्तकों तथा मक़्बरे में मौजूद पुस्तकालय आग लगा दी और इस तरह ट्यूनीशिया में क्रांति की शुरुआत के बाद से अब तक नष्ट किऐ गऐ पवित्र स्थानों के आँकड़े 51 तक पहुंच गऐ हैं.
ट्यूनीशिया के Endowments और धार्मिक मामलों के मंत्रालय ने इस कार्रवाई की निंदा करते हुऐ सुरक्षा अधिकारियों से तुरंत इन कृत्यों के अपराधियों की पहचान करने और पवित्र स्थानों के नष्ट और इस्लामी मुक़द्दसात का अपमान रोकने को कहा.
पवित्र स्थानों और मज़ारों का विनाश, एक नवीनता है कि सऊदी अरब द्वारा कब्रिस्तान जन्नत अल - बकी पर हमले से शुरू हुई, और फिर माली गणराज्य, लीबिया और अब ट्यूनीशिया के सलफ़ियों ने यह बिद्अत जारी कर दी है.
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