अंतरराष्ट्रीय कुरान समाचार एजेंसी (IQNA) ने «World Bulletin» के अनुसार बताया कि जर्मन के अतिवादी पार्टी नेशनल डेमोक्रेटिक पार्टी के पूर्व उप सलाहकार "वर्नर कलावन" जो मुस्लिम आप्रवास के मुख़ालिफ थे अब सीरिया, इराकी और अफगान के शरण चाहने वालों के सबसे बड़े समर्थक है।
"वर्नर कलावन"ने अपने लिए इब्राहीम नाम को चुना है जर्मनी के अखबार "बिल्ड" के साथ एक साक्षात्कार में कहा कि गेटे की पैगंबर मुहम्मद (PBUH) की प्रशंसा में कविताओं के बाद इस्लाम को समझने के लिए कुरान का अध्ययन किया
उन्होंने कहा कि मेरे मुसलमान होने के बाद मेरे विचारको पूरी तरह से बदल गए हैं और मैंने अतीत के साथ रिश्ते ख़त्म कर दिया है और अब मैंने शरणार्थियों की मदद करने के लिए काम शुरू किया है
2014 में कलावन के मुसलमान होने के बाद उसकी पत्नी ने अपने बच्चों के साथ घर छोड़ दिया। उसके बाद 18 से 30 साल की उम्र के 4 सीरियाई को अपने घर में बसाया और अब उसको अपना परिवार जानता है।