अंतरराष्ट्रीय कुरान न्यूज़ एजेंसी (IQNA) के मुताबिक मानम पोस्ट न्यूज एजेंसी के हवाले से, इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ ह्यूमन राइट्स (यूएफआई) ने बहरीन में मौत की सजा के आदेशों के अभूतपूर्व जारी करने पर एक बयान जारी करके विरोध किया व इस देश में मौत की सजा के तुरंत उन्मूलन की मांग की।
वर्ल्ड फेडरेशन फॉर ह्यूमन राइट्स के उपाध्यक्ष फ्लोरेंस बेलिवेयर ने इस बयान में कहा: "बहरीन राष्ट्र ने 2017 की शुरुआत से मौत की सजा में उल्लेखनीय वृद्धि देखी है, और यह बहुत चिंताजनक मुद्दा है।
उन्होंने इस ओर इशारा करने के साथ कि किए गए कार्यों में निष्पक्ष सुनवाई के अधिकार का उल्लंघन है कहाःबहारिनी अधिकारियों द्वारा मौत की सजा का राजनीतिक उपकरण के रूप में दुर्व्यवहार किया गया है।
इंटरनेशनल फेडरेशन फॉर ह्यूमन राइट्स (एफएएचआर) के मुताबिक बहरीन, इस सप्ताह बहरीनी नागरिकों के हक़ में मौत की सजा के आदेशों के जारी करने का गवाह है इस तरह कि अब तक 22 बहरीनियों को मौत की सजा सुनाई गई है और पिछले साल तीन बहरीन युवा लोगों को मौत की सज़ सुनाई गई थी।
एम्नेस्टी इंटरनेशनल ने भी कल एक बयान जारी करके बहरीनी सरकार से देश के छह नागरिकों की मौत की सजा के उन्मूलन के लिए कहा। बयान में एमनेस्टी इंटरनेशनल ने बहरीन के अधिकारियों से कहा है कि नागरिकों पर साधारण अदालत में मुकदमा चलाया जाऐ सैन्य अदालतों में नहीं।
दिसंबर में बहरीन की सैन्य अदालत ने छह बहरीनी नागरिकों की मृत्यु और 15 अन्य लोगों को जेल की सजा सुनाई।
बहरीन मानवाधिकार केंद्र ने पहले इस देश से आग्रह किया था नागरिकों के परीक्षणों को आतंकवादी गतिविधियों के बहाने सैन्य अदालतों में रोके।
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