तेहरान (IQNA),मिस्र के मुस्लिम ब्रदरहुड ने श्रीलंका के अधिकारियों से कोरोनोवायरस के मुस्लिम पीड़ितों को जलाने को समाप्त करने और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय और इस्लामी दुनिया को इस बारे में हस्तक्षेप करने की मांग की है।
अनातोलिया समाचार एजेंसी के हवाले से, मिस्र में मुस्लिम ब्रदरहुड के एक प्रवक्ता तलत फहमी ने कहाः ब्रदरहुड इस अजीब व्यवहार, जिसमें किसी भी वैज्ञानिक या चिकित्सा औचित्य का अभाव है और मानवीय और धार्मिक मूल्यों का सम्मान नहीं होता है की निंदा करता है।
उन्होंने इस बयान के साथ कि इस्लामी कानून के अनुसार दफन करना स्वास्थ्य की स्थिति पर शामिल है जिसे विश्व स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा निर्धारित किया गया है और मामूली नुकसान भी नहीं, संयुक्त राष्ट्र, इस्लामिक देशों और सहयोग संगठनों से आह्वान किया कि श्रीलंका को इस काम से रोकें।
शनिवार 4 अप्रैल को, सीलोन उलेमा एसोसिएशन ने एक बयान जारी कर श्रीलंका में लाशों को जलाने की चाहे वह किसी भी धर्म की हो निंदा की।
एमनेस्टी इंटरनेशनल ने श्रीलंका सरकार की इस कार्वाई पर निंदा करते हुऐ उन से मांग की देश में धार्मिक अल्पसंख्यकों को उनकी मान्यताओं और संस्कारों के आधार पर उनके अंतिम कर्तव्यों को पूरा करने की अनुमति दे।
बताने लायक़ है अब तक, श्रीलंकाई सरकार ने दो मुस्लिमों के शवों को जलाया है, जो कोरोनावायरस से मर गए थे और उन मुसलमानों के शवों को जो कोरोना से मरेंगे जलाने पर ज़िद कर रही है।
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