ईरानी कुरान समाचार एजेंसी (IQNA) अल आलम न्यूज नेटवर्क के अनुसार, मानव अधिकार अरबी नेटवर्क ने एक बयान में कार्यकर्ताओं और क्रांतिकारियों के हिंसक दमन और उनके के लिऐ ज़मीन तंग करने के की निंदा की.
बयान में इस बात पर जोर दिया कि दमनकारी नीतियों के जारी रखने से बातचीत और बातचीत में सभी प्रयासों को असफल कर दिया है.
इस नेटवर्क ने अल खलीफा शासन से अनुरोध किया कि शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और सोच का सम्मान करे.
बहरीनी लोगों के शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन के 14 फरवरी 2011 में शुरू होने के साथ अल खलीफा शासन ने सैन्य टुकड़ियों और सेना को सड़कों पर उतार दिया और लोगों को उनकी मांगों का जवाब गोलियों से दिया.
विरोध प्रदर्शन के बढ़ने और अल खलीफा शासन द्वारा बहरीनी लोगों की वैध मांगों को दबाने सैन्य के असमर्थ साबित होने पर सऊदी अरब ने अपने सैनिकों को जज़ीरा शील्ड के तहत कारवाई के लिए बहरीन भेजा ता कि अल खलीफा सैनिकों का दमन और हत्याओं में समर्थन करें.
1182063