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अपमानजनक कार्टून प्रदर्शनी के आयोजन को "बान की मून" का समर्थन

19:54 - May 05, 2015
समाचार आईडी: 3259524
अंतर्राष्ट्रीय समूह: संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने पवित्र पैगंबर (PBUH) की अश्लील हास्य चित्र प्रदर्शनी के आयोजन को अभिव्यक्ति व अक़ीदे की स्वतंत्रता की दिशा में एक कदम बताय और उस पर हमले की निंदा की.

अंतरराष्ट्रीय कुरान समाचार एजेंसी (IQNA)वेबसाइट "अल मिस्री अल यौम " के अनुसार, हालांकि आतंकवादी समूहों की ओर से सशस्त्र हमला निंदनीय और अनुचित है, लेकिन ऐसा क्यों है कि संयुक्त राष्ट्र महासचिव द्वारा इस्लाम के पवित्र पैगंबर के बारे में अश्लील प्रदर्शनी के आयोजन को अभिव्यक्ति व अक़ीदे की स्वतंत्रता के बहाने तौजीह करते हैं यह विचार करने की बात है.
बान की मून ने कल, 4 मई, को एक बयान में कहाःयह आपराधिक कृत्यों धर्म और मान्यताओं से संबंधित नहीं हैं केवल लोकतांत्रिक संवाद और वार्ता के माध्यम से विचारों और विश्वासों का बचाव किया जाना चाहिए और इस तरह की हिंसा के लिए कोई औचित्य मौजूद नंही हैं.
बयान में लिखा है: भाषण की स्वतंत्रता और समाज के आवश्यक तत्वों से सहिष्णुता शांतिपूर्ण हैं और उन्हें मजबूती से बचाया जाना चाहिए.
बान की मून ने उस समय इन सशस्त्र कार्वाईयों की निंदा की जब कि टेक्सास के "डलास" में पैगंबर (PBUH)के अपमानजनक हास्य चित्रों की प्रतियोगता के आयोजन को जो सभी मुसलमानों का अपमान माना जाता है, किसी भी तरह की प्रतिक्रिया नहीं दिखाई और उसको अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के माध्यम से उचित टहराया.
इसी तरह, टेक्सास राज्य में पैगंबर मोहम्मद के अपमानजनक हास्य चित्रों की प्रतियोगता के आयोजन मेले में गोली चलाने की जिम्मेदारी आतंकवादी संगठन दाइश ने ली है.
टेक्सास राज्य के शहर डलास के बाहरी इलाके में प्रतियोगिता स्थल पर रविवार की रात दो बंदूकधारियों ने शूटिंग की परिणाम स्वरूप उनके और सुरक्षा बलों के बीच गोलीबारी हुई किसी भी कार्रवाई की सफलता से पहले वह, दोनों लोग मार दिऐ गए.
इन दो लोगों की पहचान का अभी तक खुलासा नहीं किया गया है, लेकिन इस आतंकवादी समूह ने अपनी वेबसाइट पर की गई कार्रवाई की जिम्मेदारी का दावा किया है.
उल्लेखनीय है, संस्थान "अमेरिकी स्वतंत्रता की रक्षा" का इरादा था कि एक प्रतियोगिता आयोजित की जाऐ औरर उसमें इस्लाम के पैगंबर के खिलाफ जो सबसे अच्छा कार्टून बनाऐगा उसे 10 हजार डॉलर पुरस्कार की राशि दी जाऐगी.
इस समूह का फ्रांसीसी पत्रिका 'चार्ली Hebdo' के कार्यालय पर हमला जो कि इस साल के शुरू में कुछ चरमपंथियों द्वारा किया गया था,इस बात का सबब बना कि  यह हल्की पत्रिका कम टाइम में अपने परिसंचरण को बढ़ा कर लाभ लेले,इसी कारण सोचा जा रहा है कि डलास शहर की घटना भी इस प्रतियोगता की ओर लोगों का ध्यान आकर्षित करने और राजनीतिक दुरुपयोग और वित्तीय लाभ उठाने के लिऐ अंजाम दी गई हो.
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