अंतरराष्ट्रीय कुरान समाचार एजेंसी (IQNA) यह सभा जो गुरुवार 4 फरवरी को शुरू हुई थी कल, 7 फरवरी, को समाप्ति होगई।
समन्वयकों के अनुसार, यह समारोह पाकिस्तान में सबसे बड़ा इस्लामी इज्तेमा है कि देढ़ मिल्यून से अधिक लोगों ने भाग लिया है।
मौलाना तारिकक़ जमील इस समूह और तब्लीग़ी जमाअत के सबसे बड़े आलिम ने सभा में बोलते हुऐ तौबा और तक़्वे को मुसल्मानों की कामयाबी का रास्ता बताया और कहा;आज पूरी दुन्या में इस्लामी देशों और मुस्लिम राष्ट्रों के पीछे रह जाने का कारण कुरआन व पैग़म्बर स.व. के आदेशों से दूरी तथा मुस्लिम समुदाय के बीच कलह है।
उन्होंने कहा कि समाज और परिवार में धर्म और एकता की ओर वापसी अल्लाह के लुत्फ़ वव रहमत का सबब होगा।
इस सभा के समन्वयकों में से एक ने कहा: कि इस आध्यात्मिक सभा में प्रतिभागियों में से कुछ भारत और बांग्लादेश जैसे पड़ोसी देशों से आऐ हैं।
उन्होंने कहा: कि इज्तेमा का उद्देश्य, मुसलमानों के जीवन को उद्देश्यित बनाना व प्रेरित करना, और उन्हें सही जीवन और सही इस्लाम के रास्ते पर लगाना है।
शेख मोहम्मद इलियास Kandhlvy भारत के गांवों में से ऐक ग्रामीण में पैदा हुऐ थे।