अंतर्राष्ट्रीय कुरान (IQNA) ने Shafaqna के अनुसार उद्धृत किया कि जर्मनी की अर्थव्यवस्था के उप मंत्री "जेन्स Aspahn" ने कहा कि कानून बनना चाहिए कि देश में मस्जिदों और इमाम की जिनकी जर्मनी के बाहर से वित्तीय सहायता होती है स्पष्ट रूप से बताएं।
जेन्स Aspahn ने जर्मनी में इमाम जमाअत से कहा कि सभी उपदेश, तुर्की या अरबी के बजाय जर्मन में हो ताकि गलतफहमी से बचें।
उन्होंने जर्मनी कि मस्जिदों में जो इमाम तुर्की से आते हैं उन से यह कहा कि वोह जर्मन समाज में एकीकृत करने की कोशिश करें।