पाकिस्तान"तालीमुल क़ुरआन» मस्जिद पर हमले से शिया बरी
अंतर्राष्ट्रीय कुरान समाचार ऐजेंसी(IQNA) "डॉन न्यूज" के अनुसार, पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता ने तालीमुल क़ुरआन स्कूल और मस्जिद हमले के अंजाम देने वाले तकफ़ीरी आतंकवादी की गिरफ्तारी के बाद कहाः सुन्नियों की मस्जिद पर हमला शिया-सुन्नी के बीच प्रतिद्वंद्विता प्रसार करने के उद्देश्य से किया गया था शियाओं उस में किसी तरह का हस्तक्षेप नहीं था।
उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में सेना के नए संचालन की व्याख्या की: ऑपरेशन खैबर 4 में, दर्जनों आतंकवादी मारे गए और कई गिरफ्तार किए गए हैं।
इस संवाददाता सम्मेलन में "अजमल ख़ान" नाम के तालेबान समूह के सदस्य ऐक तकफ़ीरी आतंकवादी की वीडियो भी दिखाई गई जिसने स्वीकार कियाःकि 2013 Ashura के दिन तालीमुल क़ुरआन स्कूल और मस्जिद पर हमला मेरा काम था,और प्रोग्राम के काले कपड़े पहन कर इस मस्जिद पर हमला किया तथा आग लगा दी और मेरा उद्देश्य शिया-सुन्नी के बीच लड़ाई कराना था।
सेना के प्रवक्ता ने कहा कि देश में सांप्रदायिक संघर्ष का वजूद नहीं है और यह हमारे दुश्मनों का काम है।
यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि इस घटना के बाद सामाजिक नेटवर्क पर म्यांमार में मारे गए लोगों की तस्वीरें तालीमुल क़ुरआन स्कूल और मस्जिद में मारे गए लोगों के नाम से प्रकाशित हुई थीं और ऐक अज्ञात समूह ने, जिसने ख़ुद को शिया बुलाया व हमले की जिम्मेदारी ली जिसके परिणामस्वरूप पाकिस्तान के विभिन्न भागों में कई शिया धार्मिक स्थलों को जला दिया गया था।