इंटरनेशनल कुरान न्यूज एजेंसी (IQNA) ने अंग्रेजी समाचार पत्र टेलीग्राफ के मुताबिक बताया कि ह्यूमन राइट्स वॉच ने कहा कि यह पुनर्वास शिविर वास्तव में Brainwashing करने वाले केंद्र हैं।
मानवाधिकार संगठन ने कहा: कि "यहां तक कि अधिक इबादत और इस्लामिक साइटों का उपयोग मना है जिन कारणों से गिरफ्तार कर इन शिविरों में ड़ाला जाता है वह अतिवाद या झूठे राजनीतिक विचारों के आरोप में किया जाता है।
कुछ सूत्रों के अनुसार वर्तमान में सिंकियांग प्रांत के उइघुर मुस्लिम अल्पसंख्यकों में से 120 हज़ार पश्चिमी चीन में हिरासत में है।
चीनी सरकार का दावा है कि ये शिविर "अतिवाद का मुकाबला" करने के लिए हैं चीनी भाषा और चीन के कानूनों को सिखाने इस्लाम और राजनीतिक गतिविधियों के बारे में प्रदान करते हैं, लेकिन मानव अधिकार संगठन ने यह चेतावनी दी है कि ये आधुनिक दिमागी वाशिंग केंद्र हैं।
सिंकियाग में 10 मिलियन उइघुर मुस्लिमों रहते हैं, लंबे समय से लक्ष्य है की चीनी सरकार आतंकवाद से मुकाबला करने के बहाने मुसलमानों पर नियंत्रण किए हुए है।
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