इकना ने The Rakyat Post के अनुसार बताया कि इस्लामिक काउंसिल ऑफ पर्लीस (MAIP) के अनुसार, मस्जिदों में 15 मई से जुमे की नमाज़ आयोजित करने की अनुमति दी जाएग़ी।
काउंसिल ने कहा कि यह फैसला राज्य के फतवा समुदाय, इस्लामिक मामलों के मुख्यालय और देश के स्वास्थ्य मंत्रालय के विचारों की जांच करने के बाद किया गया है।
इस्लामिक काउंसिल ऑफ पर्लिस राज्य ने मस्जिदों में जुमे की नमाज़ अदा करने के निर्देश जारी किए हैं। इस तथ्य को शामिल करते हुए कि प्रतिभागियों की संख्या 3 से कम नहीं होनी चाहिए और 12 से अधिक नहीं, प्रतिभागियों के शरीर का तापमान मापा जाएग़ा और उन्हें कीटाणुनाशक प्रदान किया जाएग़ा। 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को भाग लेने से रोका जाएगा।
18 मार्च से मलेशिया ने देश में कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए प्रतिबंधात्मक कानून बनाए थे, जिसमें लोगों को मस्जिदों सहित सार्वजनिक स्थानों पर इकट्ठा होने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था।
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