इस गैर-सरकारी संगठन की स्थापना 41वीं वर्षगांठ के अवसर पर "मिन्हाज अल-कुरान" के संस्थापक और प्रमुख मोहम्मद ताहिर अल-क़ादरी ने एक बयान में कहा, "भगवान का शुक्र है और पवित्र पैगंबर (PBUH) के नक्शेकदम पर मिन्हाज अल-कुरान चार दशक में धर्म और मानवता की सेवा में कई मील के पत्थर पीछे छोड़ दिऐ हैं।
उन्होंने कहा: अल्हम्दुलिल्लाह, मिन्हाजत अल-कुरान ने दुनिया भर में किशोरों और युवाओं की शिक्षा और प्रशिक्षण के लिए मॉडल केंद्र स्थापित किए हैं, और सैकड़ों हजारों लोग इससे लाभान्वित होरहे हैं। इसने उग्रवाद, हिंसक व्यवहार और तकफीरी सोच के खिलाफ चौबीसों घंटे व्यावहारिक, बौद्धिक और शैक्षिक प्रयास किए हैं।
लाहौर, पाकिस्तान में हमारे देश के सांस्कृतिक अताशे के अनुसार, मोहम्मद ताहिर अल-क़ादरी एक धार्मिक विद्वान, इस्लामविद्, मुस्लिम एकता और धर्मों की एकता के क्षेत्र में कार्यकर्ता और इस्लामी विचारक हैं, जिन्होंने इस्लामशास्त्र क्षेत्र में दस्यों से अधिक किताबें, विशेष रूप से दायरतुल मआरिफ़ कुरान के सात-खंड लिखी है।
यह पाकिस्तान और दुनिया भर में सैकड़ों प्राथमिक विद्यालय, हाई स्कूल, विश्वविद्यालय, कॉलेज और धार्मिक केंद्र चलाता है, और इसकी अध्यक्षता एक उदारवादी व्यक्ति करता है जो इस्लामी धर्मों की एकता पर जोर देता है।
अहले-बैत (अ.स) की उच्च स्थिति के साथ मुसलमानों और गैर-मुसलमानों की परिचितता मिन्हाजत अल-कुरान का एक और महत्वपूर्ण लक्ष्य है। यह धर्मों और धार्मिक अल्पसंख्यकों के बीच संवाद को बढ़ावा देने के लिए कदम उठाने वाला अपनी तरह का पहला संगठन है।
4012669