अंतर्राष्ट्रीय कुरान समाचार एजेंसी ( IQNA) वेबसाइट "फाइटो" के हवाले से, मोहम्मद अब्दुलआती ने कहा: इस्लाम तक्फ़ीरी और आपराधिक विचारों से जो मुसलमानों या दूसरों को लक्षित करें पाक है.
उन्होंने कहा कि इस्लाम अपनी ज़मीन और घर की रक्षा करने को अनिवार्य जानता है और होमलैंड की रक्षा में मार दिया जाता है, भगवान के रास्ते में एक शहीद होता है.
अल अजहर विश्वविद्यालय के इस प्रोफेसर ने दोहरायाः देश का समर्थन सिर्फ बाहरी आक्रमण से निपटने के लिए सीमित नहीं है बल्कि सभी तरह के विनाशकारी विचारों और कार्यों से निपटने पर भी शामिल है.
अंत में उन्होंने कहा : एक देश की मिल्लत का कर्तव्य है कि अपने देश की शांती की रक्षा के लिए खुली आंखों की तरह रहें और किसी भी खतरे को दूर करने के लिऐ चौकस व एकजुट रहे हैं.
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