अंतर्राष्ट्रीय कुरान समाचार एजेंसी (IQNA) समाचार चैनल "Rasha tudy" के हवाले से, आतंकवादी दाइश द्वारा सामाजिक मीडिया का कुशल उपयोग कारण है कि इस समूह के नृशंस अपराधों के बावजूद अमेरिकी युवाओं को प्रभावित करते हैं और उन्हें अपने काम में इस्तेमाल कर रहे हैं.
रिसर्च में दिखाया गया है सीरिया के खिलाफ मुसलमानों की रक्षा और एक अच्छे मुसलमान से शादी करना, आतंकवादी समूह में शामिल होने के लक्ष्य से लोगों को प्रेरित करने के लिए प्रयोग किया जाता है.
हुसैन अब्दुल लतीफ़, व्याख्या के प्रोफेसर और बर्मिंघम इस्लामिक सेंटर के एक सदस्य, अलबामा में कहते हैं यह मुसलमान हैं जो दाइश हमलों का शिकार हो रहे हैं.
उन्होंने कहा कि दाइश का शिकार सबसे अधिक मुसलमान हैं उन्होंने कहा कि वे इस्लाम के लिए लड़ रहे हैं, लेकिन सबसे बड़े शिकार मुसलमान ही हैं.
यह आतंकवादी संगठन अपनी सेना का अधिकांश बाहर से लोगों को शामिल करते हैं अभी तक 20 हजार से अधिक विदेशी लोग दाइश में शामिल हुऐ हैं जिनमें से कम से कम 200 अमेरिकी थे.
ऐक रास्ता कि दाइश अपने कको साइबर स्पेस में पहचनवाता है हैकिंग के माध्यम से है। सिर्फ एक दिन में यह आतंकवादी समूह 4 हजार साइटों को हक कर दिया था.
यह समूह इसी तरह सामाजिक मीडिया के माध्यम से कितने लोगों को प्रभावित करता है.