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पाकिस्तान द्वारा सउदी झूठ के समर्थन के खिलाफ विरोध

17:36 - November 01, 2016
समाचार आईडी: 3470891
अंतरराष्ट्रीय समूह: पाकिस्तान मुस्लिम एकता मंच ने सऊदी अरब द्वारा अंसार अल्लाह यमन के मक्का पर रॉकेट हमले के दावे की निंदा करते हुऐ, इस्लामाबाद के ज़रये सउदी झूठ के समर्थन का विरोध किया।

पाकिस्तान द्वारा सउदी झूठ के समर्थन के खिलाफ विरोध

अंतरराष्ट्रीय कुरान समाचार एजेंसी (IQNA)पाकिस्तान की रिपोर्ट, मक्का पर अंसार अल्लाह यमन के मिसाइल हमले पर आधारित सउदी झूठे दावे के समर्थन में पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के बयान के मद्देनजर, पाकिस्तान मुस्लिम एकता मंच ने अपने कड़ा विरोध व्यक्त किया है।

नासिर शीराज़ी, पाकिस्तान मुस्लिम एकता मंच के महासचिव नेसरताज अज़ीज़ पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के विदेशी मामलों में सलाहकार से ऐक टेलीफ़ोन बात चीत में इस देश द्वारा सऊदी अरब की बेजा हिमायत पर अफ़्सोस करते हुऐ कहाःक्यों पाकिस्तानी सरकार सऊदी अरब द्वारा यमनी लोगों पर वहशातनाक बम्बारी और कई हज़ार यमनियों की हत्या पर प्रतिक्रिया ब्यक्ति नहीं करता है लेकिन मक्का पर अंसार अल्लाह यमन के मिसाइल हमले पर आधारित सउदी झूठे दावे की बिना

अनुसंधान समर्थन और विरोध का एक बयान जारी कर देता है?

इस बातचीत में एकता सभा के राजनीतिक मामलों के सचिव ने भी सऊदी अरब के दावे को ग़लत बताते हुऐ जोर देकर कहा कि इस्लामी गणराज्य पाकिस्तान की राजनीतिक मुद्दों और घटनाक्रम में स्वतंत्र विदेश नीति होना चाहिए।

नासिर शिराज़ी के विरोध के बाद, पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के विदेश मामलों के सलाहकार ने वादा किया कि इस मुद्दे पर पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय में समीक्षा करेंगे।

सऊदी अरब शासन जो कि यमन जंग के दलदल में फंस गया है,अपने झूठों के क्रम में मक्का पर अंसार अल्लाह यमन के मिसाइल हमले की बहस को छेड़ दिया है ता कि मुसल्मानों के धार्मिक भावनाओं का दुरुपयोग करके बेगुनाह यमनी लोगों पर अपने जंगी अपराधों को तेज़ और जारी रखे।

अहमद Asiri, हमलावर सऊदी अरब गठबंधन के एक प्रवक्ता ने मक्का पर एक रॉकेट हमले के सिलसिले में दावा किया कि यह मिसाइल यमन Saada में एक मस्जिद से मस्जिदुल हराम की ओर फेंका गया!

रॉकेट हमला ऐक अंग्रेज़ी बयान के आधार पर नहीं हुआ है,और सऊदी शासन की ओर से सिवाऐ झूठ के कुछ नहीं है और अंसार अल्लाह यमन आंदोलन ने भी इसको झूठ और निराधार बताया है और उसके नेता ने कहाः हम इस तरह की कार्वाई के बारे में सोच भी नहीं सकते हैं।

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