अंतर्राष्ट्रीय कुरान समाचार ऐजेंसी(IQNA) के लिए पवित्र हुसैनी रौज़े की समाचार साइट के अनुसार, शेख अहमद अल-साफी, इमामे जमाअत और कर्बला में अल-अज़्हा प्रार्थना के उपदेशक ने इस नमाज़ के उपदेश में जो आज सुबह बैनल हरमैन पढ़ी गई हदीषे नब्वी «كُلُّكُمْ رَاعٍ وَكُلُّكُمْ مَسْؤول عَنْ رَعِيَّتِهِ » जान लो कि तुम सब लोग रक्षक हो और जिनके रक्षक हो उनके बारे में सवाल भी किया जाऐगा »की ओर इशारा करते हुऐ अपने आस पास के मुद्दों पर मनुष्य के ध्यान देने व ज़िम्मेदारी क़ुबूल करने पर बल दिया।
उन्होंने इसी तरह न्याय और निष्पक्षता के अनुपालन की आवश्यकता और स्वयं की गणना पर बल देते हुए कहा: "धर्म केवल प्रार्थना और उपवास नहीं है, बल्कि कानून के प्रति सम्मान और पालन भी धर्म की अभिव्यक्तियों में से एक है।
करबला में ईद अल-अज़्हा प्रार्थना के उपदेशक ने सार्वजनिक संपत्ति के निरंतर देखभाल और शख़्सी उपयोग न करने की याद दिलाई और चेतावनी दी कि सार्वजनिक संपत्ति का दुरुपयोग मनुष्य को ग़लत कामों के करने की आदत डाल देता है इस तरह कि मनुष्य के लिऐ इस आदत को छोड़ना मुश्किल होजाता है।