साहित्य के लोगों ने उन्हें भाषण का मास्टर, भाषण का राजा, शेख़ अजल्ल कहा है।
इमारत की स्थापत्य शैली ईरानी है, और डिजाइन और वास्तुकला में उपयोग किए गए आधुनिक और पारंपरिक तत्वों ने इसे एक विशेष सुंदरता दी है।