हराम की संपत्ति नहीं बढ़ती
तेहरान (IQNA) हराम का माल बढ़ता नहीं, अगर बढ़ता भी है तो उसमें बरकत नहीं होती। जो इन्सान हराम में से जो कुछ ख़र्च करेगा उसका सवाब नहीं मिलेगा और जो कुछ उसने छोड़ दिया उसका सामान जहन्नम की आग में जाएगा।
मुसनद अल-इमाम अल-काज़िम (अ0), खंड 2, पृष्ठ 379