इकना न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, यह प्रतियोगिता हुसैनी धर्मस्थल के दारुल कुरान द्वारा आयोजित की जा रही है और इसमें तीन श्रेणियाँ शामिल हैं:कुरान की तिलावत (पाठ), हिफ़्ज़ (याद करना), और तफ़्सीर (व्याख्या)। अब तक 468 प्रतिभागियों ने पंजीकरण कराया है, जिनमें से:
- 263 हिफ़्ज़ (मेमोराइजेशन) श्रेणी में,
- 156 तिलावत (पाठ) श्रेणी में,
- 49 तफ़्सीर (व्याख्या) श्रेणी में हैं।
वसाम नज़ीर अल-दुलफी, दारुल कुरान के मीडिया प्रभारी, ने बताया कि पंजीकरण 1 मई, 2025 को समाप्त होगा, जिसके बाद निर्णायक समितियाँ मूल्यांकन और समूहीकरण प्रक्रिया शुरू करेंगी।
शीर्ष भाग लेने वाले देश:
1. मिस्र – 41 प्रतिभागी
2. इराक – 37 प्रतिभागी
3. ईरान – 29 प्रतिभागी
4. नाइजीरिया– 28 प्रतिभागी
5. इंडोनेशिया – 20 प्रतिभागी
अल-दुलफी ने कहा कि यह आंकड़ा कर्बला की बढ़ती वैश्विक प्रतिष्ठा को दर्शाता है और यह पवित्र शहर अब कुरानिक गतिविधियों का एक प्रमुख केंद्र बन गया है।
विसाम नज़ीर अल-दलफी ने यह भी कहा कि प्रतियोगिताओं की विशेषज्ञ समितियाँ, प्रतियोगिताओं में नामांकन समाप्त होने के बाद अपना काम शुरू करेंगी और उसके बाद अंतिम चरण की शुरुआत के लिए प्रारंभिक चरण के समग्र परिणाम घोषित किए जाएँगे।
उन्होंने कहा: "यह प्रतियोगिता पवित्र कुरआं के झंडे के नीचे भाईचारे और इस्लामी एकता को मजबूत करने के लिए एक वैश्विक कुरआनी सम्मेलन है। हुसैनी पवित्र स्थल (अस्ताना-ए-मुक़द्दस-ए-हुसैनी) ने अकबर-ए-सक़ल (कुरआन) की सेवा और विभिन्न पीढ़ियों के बीच कुरआनी संस्कृति को मजबूत करने में अपनी भूमिका निभाई है।"
यह ध्यान देने योग्य है कि अंतर्राष्ट्रीय कुरआन प्रतियोगिता "कर्बला पुरस्कार" हर साल हुसैनी पवित्र स्थल की देखरेख में आयोजित की जाती है और यह सबसे बड़ी प्रतियोगिताओं में से एक है, जिसमें दुनिया के विभिन्न देशों के क़ारी (कुरआन पाठक), हाफिज़ (कुरआन मेमोरीज करने वाले) और मुफ़स्सिर (कुरआन के व्याख्याकार) बड़ी संख्या में भाग लेते हैं।
इस प्रतियोगिता का अंतिम चरण ईद-ए-ग़दीर-ए-ख़ुम के अवसर पर कर्बला-ए-मुआला में आयोजित किया जाएगा।
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