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वह़ी की आवाज़ें

अनजाने में नुकसान

يَا أَيُّهَا الَّذِينَ آمَنُوا إِنْ جَاءَكُمْ فَاسِقٌ بِنَبَإٍ فَتَبَيَّنُوا أَنْ تُصِيبُوا قَوْمًا بِجَهَالَةٍ فَتُصْبِحُوا عَلَى مَا فَعَلْتُمْ نَادِمِينَ ﴿۶﴾

ऐ ईमान वालों! अगर कोई ज़ालिम तुम्हारे पास कोई खबर लेकर आए, तो अच्छी तरह जाँच-पड़ताल कर लो, कहीं ऐसा न हो कि तुम अनजाने में किसी को नुकसान पहुँचा दो और फिर अपने किए पर पछताओ।

आयत 6 - सूरह अल-हुजुरात

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