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व्यक्तिगत नैतिकता/ज़ुबान की आफ़त 2
IQNA-व्यर्थ बोलने का उद्देश्य ऐसे शब्द का उच्चारण करना है जिसका इस दुनिया में या उसके बाद, भौतिक या आध्यात्मिक, बौद्धिक या धार्मिक रूप से कोई अनुमेय और वैध लाभ नहीं है। व्यर्थ की बातें करना, शब्दों की लालसा के समान भी समझा जाता है।
समाचार आईडी: 3481969    प्रकाशित तिथि : 2024/09/15

अहल अल-बैत; चिराग़े हिदायत / 2
तेहरान(IQNA)इमाम सादिक (अ.स.) ने इस्लामी विज्ञान विश्वविद्यालय को विभिन्न स्कूलों में जैसे फ़िक़्ह, कलाम, हदीस , तफ़सीर आदि की तक़्सीमबंदी और विज्ञान के विकास को शियाओं के बीच स्थापना की।
समाचार आईडी: 3479958    प्रकाशित तिथि : 2023/10/11

कुरान में अखलाक की तालीम/16
लोगों को हंसाना समाज में अच्छा शिष्टाचार माना जाता है, जबकि कुछ रिएक्शन हमें कुछ और ही बताते हैं। मजाक करने के मामले में, लोगों को खुश करने और लोगों को दुखी करने के बीच की रेखा बाल से भी ज्यादा बारीक होती है।
समाचार आईडी: 3479534    प्रकाशित तिथि : 2023/07/31

बहिश्त को अमल से प्राप्त किया जा सकता है न कि उम्मीदों व आरज़ूओं के साथ. ग़ुररुल हिकम और दुररुल कलिम, पृष्ठ 350 हदीस 4355
समाचार आईडी: 3472376    प्रकाशित तिथि : 2018/03/21