हज़रत ज़हरा (स) के बारे में सुन्नी स्रोतों में 135 आयतें
अंतरराष्ट्रीय कुरान समाचार एजेंसी (IQNA) फिलीपींस में ईरानी सांस्कृतिक हाउस ने 2 मार्च शाम को, हज़रत ज़हरा (स) की शहादत के शोक समारोह इस केंद्र में आयोजित किया।
इस समारोह में, जो फिलीपींस में ईरानी छात्रों के इस्लामी एसोसिएशन के सहयोग से आयोजित किया गया था, दुआऐ कुमैल पढ़ने के बाद हुज्जतुल इस्लाम मुज्तबा अकबरी, अल-मुस्तफा वैश्विक विश्वविद्यालय (PBUH) मनीला शाखा के प्रमुख ने लेडी फातिमा ज़हरा (ए)के गुण और जीवनी पर बात की।
उन्हों ने अपने भाषण के ऐक हिस्से में हजरत ज़हरा (स)के ज़ियारतनामे को दर्शकों के लिऐ समझाया और कहा कि ऐक ज़ात जो क़यामत के दिन शियाओं की शिफ़ाअत कराऐगी वह हजरत ज़हरा (स)मर्ज़ीयह हैं।
हुज्जतुल इस्लाम अकबरी ने कहा कि हज़रत फातिमा (स) भगवान के लिए एक रास्ता और अपने शियाओं के लिए फ़ैज़ का माध्यम हैं।
अल-मुस्तफा वैश्विक विश्वविद्यालय (PBUH) मनीला शाखा के प्रमुख ने कहा उस महान महिला (PBUH) की शादी परमेश्वर के आदेश से हुई थी और हज़रत ज़हरा दुनिया की महिलाओं की सर्दार थीं।
उन्हों ने अंत में पवित्र पैगंबर (PBUH) की बेटी की सुन्नी स्रोतों में मर्तबे की ओर इशारा करते हुऐ कहा, हजरत fatemeh (PBUH) के गुण के बारे में सुन्नी व्याख्या की 135 आयतें 49 सूरों में उद्धृत की गई हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, मनीला में हज़रत ज़हरा (स) की शहादत का शोक समारोह अहलेबैत (अ.स)के मद्दाह "अमीन सरोश" मनीला में रहने वाले ईरानी छात्र द्वारा शोक बयान करने के साथ समाप्ति हुआ।