भारत के मुसलमानों की लोकतांत्रिक यूथ फेडरेशन समीक्षा कर रही है
अंतर्राष्ट्रीय कुरान समाचार ऐजेंसी(IQNA), समाचार "Thehindu" के अनुसार, "मुनीर Katypala", लोकतांत्रिक यूथ फेडरेशन भारत के अध्यक्ष ने कहा, भारत में मुस्लिम समुदाय की"धर्मनिरपेक्षता, सशक्तिकरण और प्रगतिशीलता" पर इस सम्मेलन की केन्द्रीयता है।
उन्होंने कल, 9 मई, को एक संवाददाता साक्षात्कार में कहा: भारतीय मुस्लिम समुदाय को देश के भीतर भी और देश के बाहर भी कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।
Katypala ने कहाः "Rajyndr साखर" न्याय संबंधी समिति जो कि भारतीय मुसलमानों की सामाजिक, आर्थिक और शैक्षिक स्थित की रिपोर्ट देरही है जातियों और जनजातियों की टेबल में मुसलमानों को शिक्षा, रोजगार, स्वास्थ्य और अर्थव्यवस्था में पिछड़ेपन की श्रेणी में रखा है और भारत के मुसलमानों की बहुमत गरीब क्षेत्रों में रहती है।
उन्होंने मुस्लिम इलाक़ों में देखभाल की सुविधा न दिऐ जानने के कारण शहर के अधिकारियों की आलोचना करते हुऐ कहाः भारत सरकार और राज्य के अधिकारी अपने वार्षिक बजट में केवल एक छोटे से अंश को मुसलमानों के कल्याण के लिए आवंटन करते हैं और मुसलमानों के भोजन और कपडों के बारे में संदेह के साथ न्यायपूर्वक व्यवहार उनके साथ नहीं करते हैं ।
Katypala ने कहाःआज भारतीय मुसलमान देश के विभिन्न राज्यों में संकट में हैं और भारत सरकार बहुत से युवा मुसलमानों को आतंकवादियों के समर्थ के बहाने उन्हें जेल में बंद कर देती है, और वे अपने जीवन के सबसे अधिक मूल्यवान पलों को जेल में ग़ुज़ार देते हैं।
उन्होंने जोर देकर कहाः कि सम्मेलन की मुख्य केन्द्रीयता युवा मुसलमानों की समस्याओं पर होगी।