अंतरराष्ट्रीय कुरान समाचार एजेंसी), इक़्ना (जानकारी वेब्साइट «मीनारा» के हवाले से,अयाद अमीन मदनी ने इस बयान में भारत देश के सैकड़ों मुस्लिम ग्रामीणों के हिंसक क्रियाओं की वजह से अपने घरों से भाग जाने पर आधारित भारत से आई रिपोर्ट के बारे में अपनी चिंता व्यक्त की
उन्हों ने भारतीय मुसलमानों पर हुऐ हमले को, निर्दोष नागरिकों के खिलाफ आपराधिक और क्रूर कृत्य बताया और इस देश के अधिकारियों मांग की कि इन हमलों के षड्यंत्रकारियों को न्याय एजेंसियों के हवाले करें.
इस्लामी सहयोग संगठन के महासचिव ने इसी तरह भारत के उन क्षेत्रों में जहां हिंसक कार्वाई की वजह से लोगों का हानि हुआ है क़ानून की मदद करने के लिऐ अपनी आमदगी का ऐलान किया है.
उन्हों ने कहाः इस्लामी सहयोग संगठन सभी प्रकार की हिंसा जो कि धार्मिक मूल्यों और सिद्धांतों, मानवाधिकार और अंतरराष्ट्रीय कानून के असंगत हैं से असहमत है.
यह याद रहे कि पिछले हफ्ते पूर्वोत्तर भारत के असम राज्य में मुसलमानों के खिलाफ हिंसक कार्रवाई के चलते 32 लोग मारे गऐ थे भारतीय पुलिस ने पीपुल्स डेमोक्रेटिक फ्रंट ' बोडोलैंड"जो जुदाई और मुसलमानों के राज्य से माइग्रेशन को चाहते हैं इस कार्रवाई का जिम्मेदार बताया है.
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