अंतर्राष्ट्रीय कुरान समाचार एजेंसी (IQNA) टीवी चैनल «प्रेस टीवी»के हवाले से, आले शेख ने तक्फ़ीरियों को क्रूर और जालिम तथा एक आतंकवादी समूह के रूप में वर्णन किया.
उन्होंने कहाः यदि वे मुसलमानों से लड़ रहे हैं, तो मुसलमान भी उनके साथ लड़ें और लोगों तथा अपने धर्म को उनकी बुराई और नुकसान से आजाद कराना चाहिए.
सऊदी मुफ्ती ने इसी तरह कहाः उन्हों ने लड़ाई की शुरुआत से हत्याओं को अपना लक्ष्य बना लिया और उनकी हत्याऐं जघन्य हत्याओं के रूप में हुईं और इस्लाम की छवि धूमिल कर रहे हैं.
सऊदी उग्रवादी मुफ्ती ने पहले 19 अगस्त को पहली बार दाइश के अपराधों की निंदा की थी और इस आतंकवादी समूह को इस्लाम का नंबर एक दुश्मन कहा था.
उन्होंने कहाः कि उग्रवाद, कट्टरपंथ और आतंकवाद को इस्लाम से कोई लेना देना नहीं है.
यह सऊदी मुफ्ती की दृष्ट का बदलना इस कारण हुआ कि रिपोर्ट के अनुसार दाइश आतंकवादियों की योजना है कि ईद अल अज़्हा के अवसर पर सऊदी अरब पर हमला करेगा.
दाइश समूह ने अब तक सीरिया और इराक में व्यापक विनाश किया है और इस देश में प्रतिबद्ध भयानक अपराधों को अंजाम दिया है.
तक्फ़ीरी आतंकवादियों ने इस समय पूर्व सीरिया और पश्चिम, उत्तरी इराक के कुछ हिस्सों पर नियंत्रण किया हुआ है.
उन लोगों ने सभी जातियों, शिया, सुन्नी, कुर्द, ईसाइयों और ईज़दियों सहित इराक में सभी समुदायों को धमकी दे रखी है.
इराकी वरिष्ठ अधिकारी, सऊदी अरब, कतर और फारस की खाड़ी के कुछ देशों को अपने देश में आतंकवाद का ज़िम्मेदार बताते हैं.
यह आतंकवादी संगठन सऊदी खुफिया एजेंसियों से जुड़ा हुआ है और कहा जाता है कि सीधे यहूदी शासन द्वारा समर्थित है.
1447838