दुबई पुरुस्कार अंतरराष्ट्रीय हिफ़्ज़े कुरआन प्रतियोगिता के सोलहवें चरण में ईरान के प्रतिनिधित्व करने वाले मोहम्मद जवाद मोहम्मद मज्द ने ईरानी कुरान समाचार एजेंसी (IQNA) के संवाददाता के साथ विशेष बातचीत के दौरान कहा: जूरी के संविधान पत्र का अस्पष्ट होना, इसी तरह रमज़ान महीने में लंबी अवधि के लिए प्रतियोगिता को आयोजित करना इस अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता की कमजोरी शुमार होती है.
उन्होंने कहा: मूल समस्या जूरी के संविधान पत्र का जटिल होना है क्योंकि संविधान पत्र के आधार पर उम्मीदवारों की गलतियों का सही तरीके से अनुमान नहीं लगाया जा सकता है.
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