ईरानी कुरान समाचार एजेंसी (IQNA) समाचार वेबसाइट "अलआलम" के अनुसार, सेमिनार में भाग लेने वाले लोगों ने विभिन्न धर्मों की निकटता व अंतराल को हटाने और धर्मों के बीच निकटता के लिए इस्लामी अध्ययन केंद्रों की स्थापना के महत्व और जरूरत की समीक्षा की.
मुहम्मद Desouki, काहिरा विश्वविद्यालय में इस्लामी कानून के प्रोफेसर ने, बैठक में अपने भाषण में कहा: हमें एक सन्निकटन की जरूरत है, न केवल शिया और सुन्नी के बीच बल्कि सभी धर्मों के बीच, ता कि समझें कि सभी धर्म हमारे लिए विज्ञान का धन हैं.
अहमद Ghmravy मिस्र व ईरानी दोस्ती समित के अध्यक्ष ने इस संबंध में कहाः कि यह संगोष्ठी धर्मों के बीच निकटता के लिए इस्लामी अध्ययन केन्द्र की स्थापना की शुरूआत होन चाहिए, जो कि इस्लामी सहयोग सम्मेलन द्वारा अनुमोदित किया गया.
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