ईरानी कुरान समाचार एजेंसी (IQNA) पश्चिम और दक्षिण पश्चिम एशिया शाखा के अनुसार,इस बैठक में धार्मिक विद्वानों और विचारकों के एक समूह जैसे मंज़र अब्बास Shafiee, मोहम्मद वसीम, मोहम्मद रेहान रज़ा, मोहसिन अब्बास, फ़ीरोज़ आलम और मोहम्मद शब्बीर और बहुत से मुसलमानों ने इस्लामी दुनिया के खिलाफ इजराइली और अमेरिकी षड्यंत्र की निंदा की.
यह बैठक शहर के प्रसिद्ध क़ारी मुहम्मद रेहान रज़ा द्वारा पवित्र कुरान की तिलावत के साथ, शनिवार 22 सितंबर को स्थानीय समय अनुसार 11बजे शुरू हुई.
बैठक में आगे Hojjatoleslam मूसा रज़ा, शहर के प्रमुख धार्मिक विद्वान ने कहा: सर्वशक्तिमान अल्लाह सूरऐ बक़्रा आयत न.120 ":«وَلَن تَرْضَى عَنكَ الْیَهُودُ وَلاَ النَّصَارَى حَتَّى تَتَّبِعَ مِلَّتَهُمْ قُلْ إِنَّ هُدَى اللّهِ هُوَ الْهُدَى وَلَئِنِ اتَّبَعْتَ أَهْوَاءهُم بَعْدَ الَّذِی جَاءكَ مِنَ الْعِلْمِ مَا لَكَ مِنَ اللّهِ مِن وَلِیٍّ وَلاَ نَصِيرٍ؛ में कहता है, यहूद व ईसाइ आप से कभी नहीं संतुष्ट होसकते जब तक कि आप उनकी पैरवी न करें,आप कहदें, केवल हिदायत ख़ुदा की है और वही[असली] गाइड है और जब आप को ज्ञान प्राप्त हो चुका है अगर आप उनकी इच्छाओं का पालन करेंगे भगवान के मुक़ाबले मे, तो आप कोई सहायक नहीं पासकते,इस आयत के माध्यम से साबित किया कि मुसलमानों को यहूदियों व ईसाइयों के साथ संबंध तोड़ने का हुक्म दिया गया है जबकि आज मुसलमान इन लोगों के साथ दोस्ती और बहुत से कामों में सहयोग करते हैं.
1104518