ईरानी कुरान समाचार एजेंसी(IQNA) शाखा पश्चिम और दक्षिण पश्चिम एशिया की रिपोर्ट के अनुसार बताया कि इस बैठक में कि जो 11 अक्तूबर गुरुवार को इस शहर के नगर निगम के सहयोग से लखनऊ के रिफाही और सांस्कृतिक संस्थान की तरफ से आयोजित की गई थी विद्वानों के एक समूह, बुद्धिजीवियों और धार्मिक शख़्सियतों और इस देश की मुस्लिम मजलिस के अध्यक्ष हुज्जतुल इस्लाम कल्बे सादिक़, इस देश के अहले सुन्नत के क़ाज़ी और मशहूर आलिम अबुल इरफान फिरंगी महली ने इस सत्र के मुद्दे को संबोधित किया.
इस बैठक में हुज्जतुल इस्लाम कल्बे सादिक़ ने कहा कि यह बैठक एकता और मानवता के विकास के लिए आयोजित की गई है क्योंकि इमाम हुसैन(अ0स0) का क़याम व्यक्तिगत या विशिष्ट संप्रदाय के लिए नहीं था, बल्कि हज़रत इमाम हुसैन(अ0स0) और उनके वफादार साथियों ने इंसानियत को बचाने के लिए अल्लाह की राह में क़याम किया और कर्बला में शहीद हो गए.
उन्होंने इस्लाम और मुसलमानों के दुश्मनों की साज़िश की ओर इशारा करते हुए कहा कि तालिबान इस्लाम के दुश्मन हैं, क्योंकि सुरक्षा और शांति का मुख्य संदेश और इस्लाम की बुनियाद मानवता से है और वह इसके ख़िलाफ कार्य कर रहे हैं.
1117865