सामाजिक समूह: पाकिस्तान के धार्मिक विचारकों और विद्वानों ने वर्तमान की स्थिति पर, इस्लामी उम्मत की एकता को बनाए रखने के लिए, सांस्कृतिक और धार्मिक पहचान कहा है.
ईरानी कुरान समाचार एजेंसी(IQNA) शाखा पश्चिम और दक्षिण पश्चिम एशिया क्षेत्र की रिपोर्ट के अनुसार एक सम्मेलन में कि जो इस देश के प्रांत पंजाब सेंटर के शहर लाहौर की जामा मस्जिद मोहम्मदी में 27 जनवरी रविवार को विषय"पैगंबरे अकरम(PBUH) का पालन" पर आयोजित किया गया जिसमें इस देश के धार्मिक विचारकों और विद्वानों ने इस्लामी उम्मत की एकता को बनाए रखने के अलावा, सीरते रसूले ख़ुदा(PBUH) के बारे में मुसलमानों की जागरूकता पर बल दिया.
सम्मेलन को आगे बढाते हुए, शहर लाहौर के सुन्नी एसोसिएशन के अध्यक्ष फज़लुर रहमान बिन मोहम्मद, ने कहा: कि मुसलमानों को होशियार होना चाहिए कि इस्लाम के दुश्मन मुस्लिम एकता को नष्ट करने की कोशिश कर रहे हैं अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए वह किसी भी हद तक गिर सकते हैं
उन्होंने जोर देकर कहा है कि मुसलमानों को अपने धार्मिक आम विश्वास तवस्सुल विषेश कर पवित्र कुरान के सहारे अपनी एकता को बनाए रखना चाहिए, कहा: कि दुश्मन मुसलमानों के इत्तेहाद के साथ, कभी भी इस्लामी उम्मत के बीच तफरक़ा नहीं डाल सकता.
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