ईरानी कुरान समाचार एजेंसी (IQNA) पश्चिम और दक्षिण पश्चिम एशिया में शाखा के अनुसार, सम्मेलन की शुरुआत में शहर के एक मुख्य क़ारी द्वारा पवित्र कुरान की आयतों की तिलावत की गई और बाद में Hojjatoleslam नक़वी लख्नऊ के इमामे जुमा ने आयत न.103 सुरऐ तौबह «خُذْ مِنْ أَمْوَالِهِمْ صَدَقَةً تُطَهِّرُهُمْ وَتُزَكِّيهِم بِهَا وَصَلِّ عَلَیْهِمْ إِنَّ صَلاَتَكَ سَكَنٌ لَّهُمْ وَاللّهُ سَمِيعٌ عَلِيمٌ यानि उनके धन से दान लें ताकि उसके ज़रये उनके धन और उनकों शुद्ध करदें और उनके लिऐ प्रार्थना करें क्योंकि आप की प्रार्थना उनके लिए सहज है और अल्लाह जानने व सुनने वाला है " की ओर इशारा करते हुऐ इस्लाम में जरूरतमंदों की मदद करने के महत्व और अहमीयत के बारे में भाषण दिया
उन्होंने कहा: जरूरतमंद लोगों की मदद मानव को दुर्घटनाओं और आपदाओं से सुरक्षित रखती है और नैतिक शुद्धि का कारण है.
यह सम्मेलन रविवार, 3 मार्च को विद्वानों, बुद्धिजीवियों, धार्मिक विशेषज्ञों और इस शहर में मुसलमानों की एक बड़ी संख्या की उपस्थित में आयोजित किया गया.
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