अंतर्राष्ट्रीय कुरान समाचार एजेंसी (IQNA) वेबसाइट "अल-वफ़्द" के हवाले से, इब्राहिम नज्म, मिस्री मुफ्ती के सलाहकार,ने इस बारे में कहा हैः मिस्र दारुल इफ़्ता से संबधित तक्फ़ीरी फ़तवों के मॉनिटरिंग सेंटर की रिपोर्ट में आया है कि दाइश इस्लामी आदेशों के खिलाफ महिलाओं के अधिकारों का उल्लंघन और अपने प्राप्त करने के लिए उनका शोषण कर रहा है.
इब्राहीम नज्म ने कहाः मिस्र दारुल इफ़्ता ने इस रिपोर्ट में कहा है,कि astrayed और गुमराह दाइश महिलाओं के अधिकारों का उल्लंघन और उन का सबसे खराब तरीक़े से दुरुपयोग कर रहा है ता कि अपने पस्त उद्देश्यों को जिन का इस्लामी धर्म के साथ कोई लेना देना नहीं है प्राप्त करले और किशोरों व महिलाओं को भ्रामक वादे के साथ अपनी श्रेणी में शामिल कर सके ता कि जिसको वह इस्लामी देश कह रहे हैं गठित करलें.
दाइश सभी इस्लामी आदेशों को महिलाओं के साथ मामलात को युद्ध के समय पायमाल कर दिया है क्यों कि महिलाओं और बच्चों की हत्या कर रहे हैं और क़ैद करते हैं और महिलाओं की ग़ुलामी के बुरे रवाज को जिसे दुन्या के देशों ने अपराध जाना है जीवित कर रहे हैं.
मिस्र दारुल इफ़्ता ने जोर दिया है कि यह काम सिवाऐ वेश्यावृत्ति और बुराई के कोई प्रणाम नहीं रखता और सभी प्रासंगिक कानूनों और संधियों को तोड़ देता है.
इस रिपोर्ट में आया है दाइश महिलाओं और बच्चों को क़ैद करता है ता कि अपनी लाइन में अधिक शक्ति बढ़ाऐं और महिलाओं व लड़कियों को अधिक पैसा देने वालों के हाथों जिस्मानी लज़्ज़त के लिऐ बेच देते हैं इसी तरह सशत्र समूहों को गठित दिया है कि इस समूह के सदस्य सब के सब महिलाऐं और लड़कियां हैं.
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