अंतर्राष्ट्रीय कुरान समाचार एजेंसी (IQNA) "Fajr" जानकारी डेटाबेस के हवाले से, मोहयुद्दीन Afifi, अल-अजहर इस्लामी अनुसंधान परिषद के महासचिव ने एपिस्कोपल चर्च "Alzmalk" काहिरा में सम्मेलन "मिस्र के लिए" में बोलते हुऐ कहा: दिव्य धर्मों की शिक्षाऐं, उग्रवाद और हिंसा के विभिन्न रूपों को अस्वीकार करती हैं.
उन्हों ने इस सम्मेलन में जो कि धर्मों की बात चीत कमेटी के प्रयासों से कुछ मिस्री मसीही हस्तियों की उपस्तथ के साथ आयोजित किया गया, शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व और कामन और हर तरह की हिंसा और उग्रवाद से दूरी कि दिव्य धर्मों ने जिस पर स्पष्ट रूप से बल दिया है,की अपील की
अल-अजहर इस्लामी अनुसंधान परिषद के महासचिव ने इस्लाम और ईसाइयत के बीच आम लिंक पर काम करने की आवश्यकता पर बल दिया और कहा कि मतभेदों की तुलना में हमारे मामलों में समझौते और साझा प्वाइंट बहुत अधिक हैं.
मोहयुद्दीन Afifi, ने अंत में, कहाः इस्लाम और ईसाइयत के बीच अधिक साझा लिंक और प्वाइंट इस बात को आवश्यक कर देती हैं कि हम एकीकृत और एकजुट हो जाऐं और अपनी भूमि व मातृभूमि का काले और तुल्यकालन व नफरत भरे आतंकवादियों की सोच के मुक़ाबले समर्थन करें.
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