अंतर्राष्ट्रीय कुरान समाचार एजेंसी (IQNA) «alhakeem.com» की जानकारी डेटाबेस के अनुसार, ग्रैंड अयातुल्ला सै. मोहम्मद हकीम सईद, नजफ़ अशरफ़ के धार्मिक रहनुमा ने बगदाद विश्वविद्यालय से छात्रों के एक समूह के साथ मुलाक़ात में, असली इस्लामी संस्कृति और सच्चे सिद्धांतों कि जिसने इस्लाम धर्म को त्रुटि से सुरक्षित रखा है का पालन करने की आवश्यकता पर बल दिया. इस धार्मिक रहनुमा ने विदेशी सांस्कृति के मुक़ाबले में इस्लामी सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण के लिए, मुस्लिम प्रतिरोध को महत्वपूर्ण वर्णित किया.
अयातुल्ला सईद हकीम ने कहाः मुसल्मानों का निरंतर प्रतिरोध जो कभी नहीं रुका धर्म की त्रुटि से रक्षा का कारण माना जाता है.
उन्होंने कहा कि इस्लाम दुख और कष्ट का सामना करने के बावजूद उसी तरह प्रगति कर रहा है चुनौतियों और परेशानियों के मुक़ाबले में लगन और दृढ़ता ने हमें ऐक नायाब उम्मत बना दिया है.
इराकी धार्मिक रहबर ने बल दिया: हर कोई विदेशी संस्कृति के खिलाफ जो धर्म को समाज से अलग करना चाहती है इस अक़ीदे का जो कि स्थिर सांस्कृतिक विरासत की रक्षा करने वाला है पालन करे.
अयातुल्ला मोहम्मद सईद हकीम ने अंत में कहाः दुश्मन बातिल और हल्के नारों को बढ़ावा देकर कुछ इस्लामी अवधारणाओं और विचारों के इनकार करने के प्रयास और समाज से धर्म की जुदाई और बातिल अवधारणा के प्रसार में लगा है.
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