अंतर्राष्ट्रीय कुरान समाचार एजेंसी (IQNA), मोहसिन हाजी हसनी कारगर, 57वें अंतरराष्ट्रीय क़ुरआन टूर्नामेंट मलेशिया में हमारे देश के प्रतिनिधि ने कल 13जून, तेहरान समय दोपहर को, अपनी क़िराअत को जो कि सूरऐ आले इमरान की आयतें थी प्रस्तुत किया.
قُلْ یَا أَهْلَ الْکِتَابِ تَعَالَوْا إِلَىٰ کَلِمَةٍ سَوَاءٍ بَیْنَنَا وَبَیْنَکُمْ أَلَّا نَعْبُدَ إِلَّا اللَّهَ وَلَا نُشْرِکَ بِهِ شَیْئًا وَلَا یَتَّخِذَ بَعْضُنَا بَعْضًا أَرْبَابًا مِّن دُونِ اللَّهِ ۚ فَإِن تَوَلَّوْا فَقُولُوا اشْهَدُوا بِأَنَّا مُسْلِمُونَ (64) یَا أَهْلَ الْکِتَابِ لِمَ تُحَاجُّونَ فِی إِبْرَاهِیمَ وَمَا أُنزِلَتِ التَّوْرَاةُ وَالْإِنجِیلُ إِلَّا مِن بَعْدِهِ ۚ أَفَلَا تَعْقِلُونَ (65) هَا أَنتُمْ هَٰؤُلَاءِ حَاجَجْتُمْ فِیمَا لَکُم بِهِ عِلْمٌ فَلِمَ تُحَاجُّونَ فِیمَا لَیْسَ لَکُم بِهِ عِلْمٌ ۚ وَاللَّهُ یَعْلَمُ وَأَنتُمْ لَا تَعْلَمُونَ (66) مَا کَانَ إِبْرَاهِیمُ یَهُودِیًّا وَلَا نَصْرَانِیًّا وَلَٰکِن کَانَ حَنِیفًا مُّسْلِمًا وَمَا کَانَ مِنَ الْمُشْرِکِینَ (67) إِنَّ أَوْلَى النَّاسِ بِإِبْرَاهِیمَ لَلَّذِینَ اتَّبَعُوهُ وَهَٰذَا النَّبِیُّ وَالَّذِینَ آمَنُوا ۗ وَاللَّهُ وَلِیُّ الْمُؤْمِنِینَ (68) وَدَّت طَّائِفَةٌ مِّنْ أَهْلِ الْکِتَابِ لَوْ یُضِلُّونَکُمْ وَمَا یُضِلُّونَ إِلَّا أَنفُسَهُمْ وَمَا یَشْعُرُونَ (69) یَا أَهْلَ الْکِتَابِ لِمَ تَکْفُرُونَ بِآیَاتِ اللَّهِ وَأَنتُمْ تَشْهَدُونَ (70).
हॉल में दर्शकों ने शुरू से ही ईरान के राजदूत का स्वागत किया इस तरह कि हर सम्त और हर जगह से ईरानी प्रतिनिधि की तिलावत को प्रोत्साहित कर रहे थे.
दर्शकों की ओर से हॉल में इस तरह स्वागत किया गया कि टूर्नामेंट के कई आयोजकों को भी आश्चर्य में डाल दिया.
हॉल में दर्शकों की ओर से मोहसिन कारगर को इस हाल में प्रोत्साहित किया गया कि पहले कारियों की तिलावत दर्शकों की चुप्पी के साथ थी.
7 कैमरामैन, पत्रकारों और ईरानी फोटोग्राफर से अधिक की उपस्थित में मलेशिया अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता के हॉल में मोहसिन हाजी Hassani कारगर की क़िराअत ने हाल की फ़िज़ा को प्रभावित कर दिया था.
रिपोर्ट के मुताबिक, कुछ ईरानी विद्वान जैसे प्रोफेसर पूर मुईन, प्रोफेसर बादया और प्रोफेसर Falah सहित हॉल में उपस्थित थे.
मुस्तफा हाजी होस्नी कारगर, शिक्षक और टूर्नामेंट मलेशिया के लिए ईरान के राजदूत के भाई ने पढ़ने के बाद IQNA के साथ एक साक्षात्कार में कहाः ईरान के प्रतिनिधि ने जैसे मैं ने चाहा था वैसा ही प्रदर्शन किया और 90% अपनी क्षमता को ज़ाहिर किया.
3313856अंतर्राष्ट्रीय कुरान समाचार एजेंसी (IQNA), मोहसिन हाजी हसनी कारगर, 57वें अंतरराष्ट्रीय क़ुरआन टूर्नामेंट मलेशिया में हमारे देश के प्रतिनिधि ने कल 13जून, तेहरान समय दोपहर को, अपनी क़िराअत को जो कि सूरऐ आले इमरान की आयतें थी प्रस्तुत किया.
قُلْ یَا أَهْلَ الْکِتَابِ تَعَالَوْا إِلَىٰ کَلِمَةٍ سَوَاءٍ بَیْنَنَا وَبَیْنَکُمْ أَلَّا نَعْبُدَ إِلَّا اللَّهَ وَلَا نُشْرِکَ بِهِ شَیْئًا وَلَا یَتَّخِذَ بَعْضُنَا بَعْضًا أَرْبَابًا مِّن دُونِ اللَّهِ ۚ فَإِن تَوَلَّوْا فَقُولُوا اشْهَدُوا بِأَنَّا مُسْلِمُونَ (64) یَا أَهْلَ الْکِتَابِ لِمَ تُحَاجُّونَ فِی إِبْرَاهِیمَ وَمَا أُنزِلَتِ التَّوْرَاةُ وَالْإِنجِیلُ إِلَّا مِن بَعْدِهِ ۚ أَفَلَا تَعْقِلُونَ (65) هَا أَنتُمْ هَٰؤُلَاءِ حَاجَجْتُمْ فِیمَا لَکُم بِهِ عِلْمٌ فَلِمَ تُحَاجُّونَ فِیمَا لَیْسَ لَکُم بِهِ عِلْمٌ ۚ وَاللَّهُ یَعْلَمُ وَأَنتُمْ لَا تَعْلَمُونَ (66) مَا کَانَ إِبْرَاهِیمُ یَهُودِیًّا وَلَا نَصْرَانِیًّا وَلَٰکِن کَانَ حَنِیفًا مُّسْلِمًا وَمَا کَانَ مِنَ الْمُشْرِکِینَ (67) إِنَّ أَوْلَى النَّاسِ بِإِبْرَاهِیمَ لَلَّذِینَ اتَّبَعُوهُ وَهَٰذَا النَّبِیُّ وَالَّذِینَ آمَنُوا ۗ وَاللَّهُ وَلِیُّ الْمُؤْمِنِینَ (68) وَدَّت طَّائِفَةٌ مِّنْ أَهْلِ الْکِتَابِ لَوْ یُضِلُّونَکُمْ وَمَا یُضِلُّونَ إِلَّا أَنفُسَهُمْ وَمَا یَشْعُرُونَ (69) یَا أَهْلَ الْکِتَابِ لِمَ تَکْفُرُونَ بِآیَاتِ اللَّهِ وَأَنتُمْ تَشْهَدُونَ (70).
हॉल में दर्शकों ने शुरू से ही ईरान के राजदूत का स्वागत किया इस तरह कि हर सम्त और हर जगह से ईरानी प्रतिनिधि की तिलावत को प्रोत्साहित कर रहे थे.
दर्शकों की ओर से हॉल में इस तरह स्वागत किया गया कि टूर्नामेंट के कई आयोजकों को भी आश्चर्य में डाल दिया.
हॉल में दर्शकों की ओर से मोहसिन कारगर को इस हाल में प्रोत्साहित किया गया कि पहले कारियों की तिलावत दर्शकों की चुप्पी के साथ थी.
7 कैमरामैन, पत्रकारों और ईरानी फोटोग्राफर से अधिक की उपस्थित में मलेशिया अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता के हॉल में मोहसिन हाजी Hassani कारगर की क़िराअत ने हाल की फ़िज़ा को प्रभावित कर दिया था.
रिपोर्ट के मुताबिक, कुछ ईरानी विद्वान जैसे प्रोफेसर पूर मुईन, प्रोफेसर बादया और प्रोफेसर Falah सहित हॉल में उपस्थित थे.
मुस्तफा हाजी होस्नी कारगर, शिक्षक और टूर्नामेंट मलेशिया के लिए ईरान के राजदूत के भाई ने पढ़ने के बाद IQNA के साथ एक साक्षात्कार में कहाः ईरान के प्रतिनिधि ने जैसे मैं ने चाहा था वैसा ही प्रदर्शन किया और 90% अपनी क्षमता को ज़ाहिर किया.
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