अंतरराष्ट्रीय कुरान
समाचार एजेंसी (IQNA) वेबसाइट "मनामा
पोस्ट"के अनुसार,यह विरोध प्रदर्शन शनिवार, 16 जनवरी को खालिद बिन अहमद आले
ख़लीफ़ा बहरीन के विदेश मंत्री द्वारा हाल ही में दिऐ गऐ ग्रैंड अयातुल्ला सिस्तानी
के खिलाफ आक्रामक बयान की निंदा में आयोजित किया गया था।
विरोध प्रदर्शन में
भाग लेने वालों ने, इराकी जन शक्ति बलों
को आतंकवादी बताने पर आधारित बहरीन के विदेश मंत्री के बयान और इस देश की जनता की
इन शक्ति बलों को ख़त्म करने के लिऐ अयातुल्ला सिस्तानी से एक फतवा जारी करने के अनुरोध
की निंदा की और इस बयान को शिया धार्मिक मरजईयत के खिलाफ स्पष्ट रूप से अहंकार बताया।
प्रदर्शनकारियों
ने इसी तरह, बहरीनी झंडा,
अयातुल्ला सिस्तानी के चित्रों और अयातुल्ला सिस्तानी के खिलाफ बहरीनी विदेश मंत्री
के अहंकार की निंदा में तख्तियों को हाथ में लिऐ थे।
बहरीन के विदेश मंत्री
ने शुक्रवार 15 जनवरी को अपने "ट्विटर" में निराधार आरोप में इराकी
जन शक्ति बलों को जो दाइश आतंकवादी समूहों के साथ
लड़ रहे हैं आतंकवादी समूह बताया और पिछले मंगलवार को "Meqdadiya" प्रांत "दियाला" इराक की मस्जिदों में हुऐ विस्फोट
और निर्दोष लोगों की हत्या को इराकी जन शक्ति बलों से जोड़ दिया।
उन्होंने अपनी कठोर
टिप्पणियों में इराकी लोगों की जन शक्ति बलों को संबोधित करते हुऐ कहा कि आप और आइसिस के बीच क्या अंतर है?
बहरीन के विदेश मामलों
के मंत्री ने इसी तरह अपने ट्वीट पर, अयातुल्ला सिस्तानी से मांग की कि इराकी जन शक्ति बलों के विघटन के लिए एक फतवा जारी करें
।
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