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रावलपिंडी में ईरानी कुरान पाठ सीट

17:10 - December 04, 2016
समाचार आईडी: 3470989
इंटरनेशनल ग्रुप: पवित्र कुरान पाठ सीट और कुरान प्रशिक्षण कक्षाओं का समापन का समारोह पाकिस्तान रावलपिंडी के ईरानी कल्चर हाउस में आयोजित किया गया।

रावलपिंडी में ईरानी कुरान पाठ सीट

अंतरराष्ट्रीय कुरान समाचार एजेंसी (IQNA) इस्लामी संस्कृति और संबंध संगठन की जानकारी डेटाबेस के अनुसार, रबीअव्वल महीने के पहले दिन रावलपिंडी में हमारे देश कल्चर हाउस के पवित्र कुरान पाठ सीट और कुरान प्रशिक्षण कक्षाओं का समापन का समारोह, कुरान प्रशिक्षण कक्षाओं, प्रमुख सुन्नी विद्वान और दारुल उलूम अनवरुर्रज़ाई रावलपिंडी के प्रमुख, हुज्जतुल-इस्लाम अबरार हुसैन इरफ़ानी, जामऐ मदीनतुल क़ुरआन के प्रमुख और क़ारियों, कुरआन शिक्षकों की एक संख्या और क़ुरान सीखने वालों के एक समूह की मौजूदगी के साथ रावलपिंडी में ईरान संस्कृति हाउस में आयोजित किया।

हुज्जतुल-इस्लाम अबरार हुसैन ने समारोह में अपने भाषण में, कहा: कुरान, जानकारीपूर्ण और मानव जीवन को रासता दिखाने वाली पुस्तक है, कुरान सांप्रदायिकता को हतोत्साहित करता है और कुरान की कई आयतें एकता और मुसलमानों की एकजुटता पर जोर देती हैं।

वह कहने लगे:यदि हम दावा करते हैं कि हम पवित्र पैगंबर (PBUH) के अनुयायी हैं और उनसे प्यार करते हैं, तो हमें कुरान पर अमल करना चाहिऐ और मुसलमानों के बीच सांप्रदायिकता और विभाजन से परहेज़ करें और मुसलमानों के बीच कलह डालने को इस्लाम के दुश्मनों के लक्ष्यों से जानें।

इरफ़ानी ने अपने भाषण के दूसरे हिस्से में कहा: रबीउल अव्वल का महीना 'एकता और मुसलमानों की एकजुटता का महीना है व अधिकतम कुरान का पालन करना चाहिए।

इसके बाद के स्पीकर अली आग़ा नूरी रावलपिंडी में इस्लामी गण्यराज्य ईरान के संस्कृति हाउस के अधिकारी ने कहाः क़ुरान ऐक क़ीमती किताब है जो दुन्या व आख़रत में रास्ता दिखाने वाली है और उसकी तिलावत बहुत णों व आसार पर शामिल है जैसे ईमान के इज़ाफ़े,दिल की तहारत,व गुनाहों के कम होने तथा दुआ के क़ुबूल होने का सबब है।

उन्होंने कहा कि पैगंबर (PBUH) कुरान के शिक्षक थे कि प्री-इस्लामी अवधि(दौरे जाहीलीयत) में कुरान की शिक्षण आत्म शुद्धि और ज्ञान व हिक्मत प्रदान करने के लिए भेजे गए थे। महान पैगंबर (PBUH) के महान सिफ़ात व गुणों पर ध्यान देते हुऐ आप व्यक्ति की जीवनी मुसलमानों के लिऐ एक अच्छा उदाहरण है।

इस सुन्नी विद्वान ने फिर हदीस षक़लैन की इशारा करते हुऐ, कहा: कुरान और अहलेबैत (अ.स) का ज़रयह मुसलमानों की सफलता और नजात का कारण होगा।

समारोह के अंत में ईरान कल्चर हाउस के शिक्षण अवधि में भाग लेने वाले क़ुरान छात्रों ने प्रशिक्षण के दौरान सफलतापूर्वक प्रमाणीकरण और उपहार प्राप्त किऐ

रावलपिंडी में ईरान संस्कृति हाउस के कुरआन वर्गों का नया दौर 9 दिसंबर में शुरू हो जाएगा।

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