शेख Zkzaky और उनकी पत्नी एक अज्ञात स्थान पर स्थानांतरित
अंतरराष्ट्रीय कुरान समाचार एजेंसी (IQNA) प्रेस टीवी द्वारा उद्धृत, प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, शेख इब्राहिम Zakzaky, और ज़ीनत (उनकी पत्नी) शनिवार (20 दिसंबर) को नाइजीरिया की राजधानी अबुजा में ऐक जेल, जिसका नाम उल्लेख नहीं है, मे भेज दिया गया ।
दिसंबर की शुरुआत में, अबुजा में "नाइजीरिया के संघीय उच्च न्यायालय " की शाखा ने कहा कि शेख Zkzaky और उनकी पत्नी को बिना किसी पूर्व शर्त के रिहा किया जाना चाहिए।
कुछ दिनों के बाद, कादुना राज्य के अधिकारियों ने, Zkzaky मुकदमा चलाने के लिए उस बात की ख़ातिर जो नाइजीरिया इस्लामिक मूवमेंट की 'अराजकता' कहते है मांग की।
अक्तूबर महीने में, कादुना अधिकारियों ने मुस्लिम समुदाय के खिलाफ इस राज्य के दमनकारी कार्वाइयों को जारी रखते हुऐ नाइजीरिया इस्लामी आंदोलन जो शेख Zkzaky के नेतृत्व में है, की गतिविधियों को अवैध क़रार दे दिया था।
कादुना राज्य सरकार ने लोगों को चेतावनी दी थी इस आंदोलन में शामिल होने से कई वर्षों की जेल में सज़ा हो सकती है।
नाइजीरिया में शियाओं के खिलाफ कार्रवाई की एक नई लहर दिसंबर 2015 से कादुना राज्य में नाइजीरियाई सैनिकों द्वारा Zaria शहर में एक धार्मिक स्थल पर हमले से शुरू हुई।
शेख इब्राहिम Zakzaky और उनकी पत्नी को, 14 दिसंबर, 2015 (23 अज़र 1394) ,नाइजीरिया के इस्लामी आंदोलन के समर्थकों और देश की सेना के बीच घातक संघर्ष के बाद गिरफ्तार किया गया था।
इन झड़पों में इस शिया आंदोलन के लग भग 350 सदस्य मारे गए थे।
शेख Zkzaky और उनकी पत्नी गंभीर रूप से घायल होगऐ थे और कथित तौर पर, उनका घर हमले में नष्ट हो गया था।
नाइजीरियाई सरकार ने, Zkzaky की गिरफ्तारी के बाद, नाइजीरिया इस्लामी आंदोलन पर कारवाई को तेज कर दिया।
नवंबर हीने में भी नाइजीरियाई बलों ने चालीसवें की पूर्व संध्या पर हुसैनी शोक समारोह में शांतिपूर्ण मार्च पर गोलियों और आंसू गैस दाग़ के ज़रये हमला किया, जिसमें नाइजीरिया इस्लामी आंदोलन के समर्थकों के लगभग 100 लोगों की मौत हो गई थी।
नाइजीरियाई बलों ने इसी तरह नाइजीरिया इस्लामी आंदोलन से संबंधित इमारतों की ऐक संख्या को नष्ट कर दिया है।