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ब्रिटिश अनुसंधान संस्थान के लिऐ आले-खलीफा की रिश्वत

16:44 - December 12, 2016
समाचार आईडी: 3471014
अंतरराष्ट्रीय समूह: ब्रिटेन अनुसंधान संस्था ने बहरीन संकट के बारे में झूठी रिपोर्ट प्रकाशित करने के लिए सत्तारूढ़ प्रणाली से रिश्वत प्राप्त की है।

जॉन जेनकींस

अंतरराष्ट्रीय कुरान समाचार एजेंसी (IQNA) अल आलम न्यूज नेटवर्क के अनुसार, जॉन जेनकींस, इंग्लैंड के सामरिक अध्ययन के अंतरराष्ट्रीय संस्थान (आईआईएसएस) के मध्य पूर्व विभाग के कार्यकारी निदेशक ने बहरीन सरकार से अपने रिश्वत ख़ोरी के कांड को ओपेन होने के बाद इस्तीफा दे दिया।

जॉन जेनकींस ने शुक्रवार (10 दिसंबर)को मनामा शिखर सम्मेलन के शुरू होने से पहले बहरीन शासक प्रणाली से रिश्वत कांड के खुलने के कारण इस्तीफा दे दिया।

मार्क ओवन जोन्स, बहरीन वाच केंद्र के विशेषज्ञ ने घोषणा की: केंद्रीय दान की निर्धारित अंतरराष्ट्रीय सामरिक अध्ययन संस्थान और तथाकथित इंग्लैंड में स्वतंत्र है ने बहरीन सत्तारूढ़ प्रणाली से रिश्वत प्राप्त करने के साथ अपनी रिपोर्ट में उनकी मानव अधिकार के विरुध कार्वाई को औचित्य साबित करने के लिए इस शासन की वाहवाही और तारीफ़ की है।

जोन्स ने जोर देकर कहा कि जेनकींस का इस्तीफ़ा संस्थान के विकृत चेहरे को सुधार नहीं सकता है।

इस सप्ताह के अंग्रेजी अखबार गार्जियन ने ओपेन किया था कि संस्थान ने बहरीन के अल खलीफा शाही परिवार से करोड़ों डॉलर प्राप्त किऐ हैं।

गार्जियन ने लिखा है: संस्थान की रिश्वत ख़ोरी, इस अनुसंधान केन्द्र की स्वतंत्रता पर प्रश्न चिन्ह लगाती है।

अहमद अलविदाई, बहरीन मानवाधिकार संस्थान के प्रमुख ने कहाः ब्रिटिश सरकार को दुनिया में अपनी स्थिति का उपयोग लोगों के मानव अधिकारों की खातिर करना चाहिए न कि भ्रष्ट शासन के साथ हथियारों के सौदों पर हस्ताक्षर कर के मानव अधिकारों को क़ुर्बान करदे।

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