नेतृत्व और लोगों का अधिकारियों से मुतालेबा उत्पादन और रोजगार पर ध्यान केंद्रित करना है
अंतरराष्ट्रीय कुरान समाचार एजेंसी (IQNA) सर्वोच्च नेता के कार्यालय द्वारा उद्धृत, ग्रैंड अयातुल्ला हज़रत सैयद अली ख़ामेनई इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर ने वर्ष 1396 हिजरी शम्सी (ईरानी साल जो 21 मार्च से शुरू होता है) के अवसर पर एक संदेश में हजरत फ़ातेमा ज़हरा स. के जन्म और ईद नवरोज़ की बधाई सभी देशवासियों और ईरानियों विशेष रूप से शहीदों और युद्ध के दिग्गजों के परिवारों को देते हुऐ इस वर्ष को ईरानी व मुस्लिम दुनिया के लोगों के लिए आशीर्वाद सुप्रीम, सुरक्षा,समृद्धि व आराम की शुभकामनाएं करते हुऐ नए साल को वर्ष "अर्थव्यवस्था प्रतिरोध(इक़्तेसाद मुक़ावमती): उत्पादन-रोजगार" के रूप में नामांकित किया।
हज़रत अयातुल्ला ख़ामेनई ने साल 95 को ईरानी राष्ट्र के लिए कड़वाहट और मिठास से भरा बताया और पिछले वर्ष में ईरानी राष्ट्र के लिऐ खुशी के सबसे महत्वपूर्ण कारकों में से कुछ का जिक्र करते हुए कहाः ईरान की इज़्ज़त और मिल्लते अज़ीज़ की पहचान 95 साल के सभी मामलों में स्पष्ट थी और दुश्मनों ने दुनिया भर में ईरानी राष्ट्र की महानता और शक्ति को कबूल किया।
इस्लामी क्रांति के नेता ने, 11 फरवरी को अमेरिकी राष्ट्रपति के अपमान जनक बात के जवाब में भावुक और उत्साही लोगों की उपस्थित और इसी तरह Qods दिन पर लोगों के विशाल समूह को ईरान के लोगों की गहरी आकांक्षाओं और पहचान को प्रतिबिंबित करने वाला जाना और कहा: हालांकि ईरान के पड़ोसी देशों और क्षेत्र के देशों में अशांत है, क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय असुरक्षित माहौल में देश की सुरक्षा एक महत्वपूर्ण सूचकांक है और ईरानी राष्ट्र ने पिछले कुछ वर्षों में "स्थायी सुरक्षा" का अनुभव किया है।
"युवाओं की हिम्मत व जोश" और "ब्यापक मोमिनाना मूमेंट" ईरानी राष्ट्र की प्रगति और सफलता का आकलन करने में दो अन्य संकेतक थे,कि इस्लामी क्रांति के नेता ने उन की ओर इशारा किया और कहा: पूरे देश में हज़ारों युवा समूहों द्वारा वैज्ञानिक, सांस्कृतिक, खेल, उत्पादन में नवीन ईजादात और भावुक गतिविधियों की जानकारी और दृश्य और बैठकों और धार्मिक व पुरजोश गतिविधियों का आयोजन, हमारे देश और देशवासियों के लिए पोज़ेटिव और ख़ुश करने वाले बिंदुओं पर शामिल है।
हज़रत अयातुल्ला ख़ामेनई ने फिर लोगों की आर्थिक समस्याओं, विशेष रूप से गरीब और मध्यम वर्ग से संबंधित पिछले साल की कड़वाहट और कठिनाइयों को बताया और कहा: मैं, लोगों के हालात को जानता हूँ इस लिऐ "महंगाई, बेरोजगारी, भेदभाव और असमानता और सामाजिक विकृतियों" जैसी आर्थिक समस्याओं से जुड़ी लोगों विशेष रूप से गरीब लोगों के दहन की कड़वाहट को मैं पूरे वजूद से महसूस करता हूं।
उन्होंने जोर देकर कहा: हम सभी लोग जिम्मेदार हैं और भगवान और राष्ट्र के प्रति जवाबदेह होना पड़ेगा।
इस्लामी क्रांति के नेता ने 95 वर्ष के नामकरण में "कार्रवाई व अमल" पर जोर देने की ओर इशारा किया और अच्छी कामों के अंजाम देने कि अधिकारियों ने उनकी सूचना दी है, कहा: हालांकि, लोगों और नेतृत्व की उम्मीदों व अंजाम दिऐ गऐ कार्यों के बीच एक बड़ा अंतर है सकारात्मक और नकारात्मक सांख्यिकी को कुल्ली तौर पर देखा जाना चाहिए।
उन्होंने, "अर्थव्यवस्था प्रतिरोध" नाम को और विशेष कर वर्तमान स्थिति के समाधान और सुधार में अकेले प्रभावित नहीं माना, उनका कहना है रिसॉर्ट, प्रतिरोध की अर्थव्यवस्था को अहम और महत्वपूर्ण बिंदुओं पर विभाजित करने और अधिकारियों व लोगों के सभी प्रयासों को उन बिंदुओं पर ध्यान केंद्रित करने में है और यह मुख्य बिंदुओं का अर्थ घरेलू उत्पादन और रोजगार, विशेष रूप से युवाओं को रोजगार देना है।
हज़रत अयातुल्ला ख़ामेनई ने इसी आवश्यकता के अनुसार,वर्ष 96 को "अर्थव्यवस्था प्रतिरोध: उत्पादन-रोजगार" से नामकरण किया और कहा: और इन मुख्य बिंदुओं पर ध्यान केंद्रित करना और योजना बनाना नेतृत्व और लोगों का अधिकारियों से मुतालेबा और मांग है तथा एक नाटकीय और ठोस सफलता का सबब है और अधिकारियों को इस वर्ष के अंत में जनता के लिए परिणाम रिपोर्ट देना होगी।