इकना ने द हिंदू के अनुसार बताया कि हर साल रमजान के आखिरी शुक्रवार को, हजारों लोग मस्जिद और आसपास की सड़कों पर इकट्ठा हो कर इस समारोह में शामिल होने के लिए आते थे। जिसमें भारतीय मुस्लिम संघ के अध्यक्ष असदीन ओवेसी आमतौर पर धार्मिक, सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों पर बोलते थे।
1960 के दशक में अपनी स्थापना के बाद से, यह परंपरा पहली बार इस साल मुसलमानों के लिए प्रसारित की जाएगी, ताकि कोरोनवायरस के प्रसार के खिलाफ निवारक उपायों को शामिल किया जा सके, जिसमें फेसबुक और ट्विटर शामिल हैं।
इसके अलावा "कुरान दिवस" का पारंपरिक समारोह भारत के हैदराबाद में रमजान के हर शुक्रवार को आयोजित किया गया।
3899751