सऊदी अरब में बहरीन के दो युवकों की फांसी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए अयातुल्ला शेख ईसा कासिम ने जोर देकर कहा कि ये कार्रवाइयां बहरीन राष्ट्र के जज़बे को कमजोर नहीं कर सकती हैं और इस देश में कुरबानी देने की भावना को प्रभावित नहीं कर सकती हैं।
इकना के अनुसार, अल-बहरीन मिरर का हवाला देते हुए, शेख ईसा कासिम ने अपने ट्विटर अकाउंट पर दो बहरीन नागरिकों की फांसी पर प्रतिक्रिया दी। सऊदी अरब ने सोमवार को दो बहरीन नागरिकों, जाफर सुल्तान और सादिक सामेर को एक आतंकवादी समूह, जो मध्य पूर्व में राज्यों को अस्थिर करना चाहता था, के सदस्य होने के आरोप में मार डाला।
शेख ईसा कासिम ने लिखा: "बहरीन राष्ट्र एक ऐसा राष्ट्र है जो अपने शब्दों और कर्मों में प्रतिदिन अपने मुक़ाबले और डटे रहने को साबित और प्रलेखित करता है।"
उन्होंने कहा कि बहरीन के लोग, जिन्होंने अपने बाक़ी रहने वाला नारा, "हम केवल ईश्वर के सामने घुटने टेकेंगे" कहा है, यह नारा कभी ख़त्म नहीं करेंगे।
बहरीन राष्ट्र की साबित कदमी पर जोर देते हुए उन्होंने लिखा: "बहरीन राष्ट्र की ताकत संख्या में नहीं है, बल्कि उस गहरे जज़्बे में है जो हार नहीं मानता, उस इरादे में जो कमजोर नहीं होता, और बलिदान की भावना में जो कम नहीं होता।"
अंत में, अयातुल्ला कासिम ने कहा: "बहरीन राष्ट्र में महान नायक हैं, जिनमें से कई की शक्ति का एहसास उन की शहादत के बाद ही होता है।"
सऊदी अरब की इस कार्रवाई की एमनेस्टी इंटरनेशनल और अन्य मानवाधिकार समूहों ने निंदा की है और इन दोनों लोगों के मुकदमे को बेहद अनुचित बताया है।
सऊदी अरब की इस कार्रवाई के ख़िलाफ़ बहरीन में निंदा और प्रदर्शन हुए। और प्रदर्शनकारियों ने नारे लगाए और इस बात पर जोर दिया कि वे इस तरह के कार्यों के सामने सरेंडर नहीं करेंगे और भले ही दुनिया में उनका कोई मददगार न हो, फिर भी वे इन कार्यों के खिलाफ डटे रहेंगे और उत्पीड़क विरोध करेंगे ताकि वे विक़ार प्राप्त कर सकें और इसका सपना देख रहे हैं।
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