अल-अहराम द्वारा उद्धृत इकना के अनुसार, मिस्र के वक़्फ़ मंत्री मोहम्मद मुख्तार जुमा ने एक भाषण में इस देश की नई प्रशासनिक राजधानी में दार उल-कुरान मस्जिद की प्रशंसा करते हुए और इसे दुनिया में बेमिसाल बताते हुए घोषणा की कि मिस्र की अंतर्राष्ट्रीय कुरान प्रतियोगिता का 30वां संस्करण इसी केंद्र में आयोजित किया जाएगा। और इस वर्ष पुरस्कार दो मिलियन से आठ मिलियन पचास हजार मिस्री पाउंड तक पहुंच गए हैं, जो पिछले वर्ष की तुलना में 300% बढ़ गया है। ये प्रतियोगिताएं छह खंडों में आयोजित की जाएंगी, जिनमें निम्नलिखित खंड शामिल हैं:
पहला भाग: तफ़सीर के साथ कुरान का मुकम्मल हिफ़्ज़ और उसके अहम पैग़ाम के समझना।
इमाम जुमा को छोड़कर सब आम जनता के लिए,
खतीबों के लिए बशर्ते कि पंजीकरण के समय आयु 35 वर्ष से अधिक न हो।
दूसरा भाग: गैर-अरबी भाषियों के लिए और तिलावत, बशर्ते कि पंजीकरण के समय उसकी की आयु 30 वर्ष से अधिक न हो।
तीसरा भाग: युवा लड़कियों के लिए विशेष: पवित्र कुरान का हिफ़्ज़ और सूरह मुबारक यूसुफ की तफ़सीर और शब्दों के अर्थ को समझना, बशर्ते कि पंजीकरण के समय प्रतिभागी की आयु 12 वर्ष से अधिक न हो।
चौथा भाग: इमाम जुमा और पुरुष और महिला मुबल्लिग़ और इलमी बोर्ड के सदस्यों और उनके सहायकों के लिए पवित्र कुरान को हिफ़्ज़ करना, उसकी तिलावत, तफ़सीर और उसके सामान्य अर्थों को समझना, बशर्ते कि पंजीकरण के समय आयु 40 साल सेअधिक न हो।
धारा 5: विशेष आवश्यकता वाले लोगों के लिए पवित्र कुरान को उसके सामान्य अर्थों और उद्देश्यों को समझकर हिफ़्ज़ करना, बशर्ते कि पंजीकरण के समय प्रतिभागी की आयु 30 वर्ष से अधिक न हो।
धारा 6: कुरान के ऐसे परिवार जो कुरान के सामान्य अर्थों और उद्देश्यों को समझकर उसे हिफ़्ज़ करते हैं, बशर्ते कि हिफ़्ज़ वाले परिवार में सदस्यों की संख्या तीन से कम न हो और परिवार ने पहले कोई प्रतियोगिता न जीती हो।
4181601